Page 88 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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             धारावा हक उप#यास / शरोवन/ उ#नीसवीं +कXत /  द€तीय प<रbछेद
                                 अब तक आपने पढा ़  है;
             द%पक क1 मुलाकात अचानक से श5श से काल% देवी के  मि#दर म. हो गई तो वह अपने को
        ध#य समझने लगा। साथ ह% ओलJ क1 बरसाती रात म. जब वह ठंड से  ठठ ु रने लगा तो श5श ने
        उसे अपना गम0 शाल ओढ़ने के  दे  दया. इस गम0 लेडीज़ शाल को द%पक के  पास देखकर बाला के
         दल म. छाले पड़ गये. इसके  पXचात श5श क1 मंगनी आकाश से हो जाती है। द%पक +कसी  कार
        यह बोझ भी बदा0Xत करता है। इसी 5मले-जुले सदम. म.  वह घर आता है, जहां पर +फर से उसक1
        मुलाकात बाला से होती है। बाद म. द%पक बटेXवर जाता है, पर वहां पर उसक1 भ.ट +फर एक बार
        श5श से  अचानक  से हो  जाती  है। और  यह  भ.ट  भी  एक  अजीब  ह%   कार  से  होती  है.  श5श  क1
        आरती के  तमाम पुGप द%पक के  पैरJ पर vगर जाते ह8। इस मुलाकात के  पXचात दोनJ ह% बटेXवर
        घूमते ह8। काफ1 समय तक एक साथ दोनJ का सामीeय रहता है। मगर +फर भी द%पक श5श क1
        सगाई के  कारण मन ह% मन घुटता रहता है। द%पक क1 इस परेशानी को बाला ने महसूस +कया तो
        उसक1 भी परेशानी बढ़ने लगी। +फर एक  दन श5श ने बाला क1 +कताब म. क-ा के  समय द%पक
        क1 एक फोटो अचानक से देख ल% तो दोनJ ह% क1 परेशा;नयाँ  भी एक साथ बढ़ ग‰. श5श क1
        मंगनी के  पXचात द%पक का  दल ह% नह%ं ट ूटा बि„क वह खुद म. ह% ~बखर गया. इस  कार +क
        बाला भी उसके  अंदर अचानक से आये ह ु ये प<रवत0न को भांप गई. वह समझ गई +क उसका द%पक
        कह%ं न कह%ं भटक चुका है। ऐसा सोचते ह% जहां बाला को अपने सपनJ के  सजाये ह ु ये महल ढहते
        नज़र आने लगे वह%ं दूासर% तरफ आकाश भी द%पक क1 बदलती ह ु ई  दनचया0 देखकर vचं;तत होने
        लगा। तब इस  कार आकाश ने द%पक को नैनीताल Dमण के  5लये तैयार +कया और उसे अलमोड़ा
        के  5लये भेज  दया. इसी दौरान नैनीताल म. द%पक क1 दुघ0टना ह ु ई और उसे उसके  साvथयJ के  साथ
        मृत घोEषत कर  दया गया. द%पक नैनीताल से कै से भी ठ©क होकर वापस 5शकोहाबाद आया तो उसे
        ये जानकार आXचय0 ह ु आ +क श5श अचानक ह% गायब हो चुक1 है. वह बाला से भी 5मला पर तुरंत
        ह% वह श5श के  खोज म. ;नकल पड़ा. श5श क1 लाश देखकर द%पक खुद भी मरने जा रहा था +क
        तभी  स<रता  ने  उसे  बचा  5लया.  स<रता  का  सामीeय  जब  द%पक  को  5मला  तो  वह  उसके   सहारे
        अपनने अतीत क1 हर याद को भी भूलने लगा. इसके  बाद आनेवाले  दनJ म. द%पक स<रता के  साथ
        अपने  भावी  जीवन  के   सपने  बनाने  लगा,  ले+कन  =या  उसके   ये  सपने  पूरे  ह ु ए?
        स<रता ने +कनारा कर 5लया. द%पक +फर एक बार अके ला रह गया. +फर एक बार श5श उसके  ज़हन
        म. आने लगी. पर#तु एक  दन उसने अचल क1 गुमट% पर श5श को आकाश के  देख 5लया तो उसके
        सारे होश उड़ गये. इसके  बाद =या ह ु आ? अब आगे प ढ़ये.
                 श5श 5शकोहाबाद म., अपना घर छोड़कर ;नकल आई तो भा–य ने उसे
        अल%गढ़  पहंचा   दया.  घर  क1  चार  द%वार%  से  बाहर  कदम  रखते  ह%,  उसे  एक
                  ु
        दूसरा अनुभव भी हआ. एक बे-हद कड़वा अनुभव. उसक1 सुंदरता और जवानी
                         ु
        का आकष0ण उसके  5लए अ5भशाप बनने लगा. दु;नया क1 हरेक गंद% नज़र उस
        पर के ि#œत होने लगी. अल%गढ़ आते ह% आवारा और बदचलन लड़कJ ने उसके



        88 |  चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये
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