Page 93 - Microsoft Word - CHETNA MARCH 2020- APRIL 2020 FINAL
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'ल%िजये !  यह 5म„क पी ल%िजये. बेहोशी के  बाद आपको बहत कमजोर% भी आ
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        चुक1 होगी?'
             श5श ने उठ कर ~बPतर पर ह% पीठ लगाते हए दूध Eपया. बाद म. खाना
                                                   ु
        भी खाया और चाय भी ल%.  +फर जब उसम. बल आया और वह सामा#य हई
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        तो ओम नारायण ने उससे उसके  बारे म. पूछा तो श5श ने उसे आर?भ से लेकर
        अंत तक क1 सार% कहानी PपGट बता द%. उसको बताया +क, वह कहाँ क1 रहने
        वाल% है. 5शकोहाबाद म. वह एक कॉलेज म. पढ़ाती थी. +कस  कार उसक1 सगाई

        हई और ट ू ट% भी. कहाँ जाकर उसका Eववाह आकाश से होते-होते ट ू ट गया. उसने
         ु
        =यJ 5शकोहाबाद को छोड़ा. +फर अल%गढ़ आई. टै=सी क1 और +कस  कार वह
        इस बदमाश के  च=कर म. फं स गई. और बाद म. वह कै से उससे बचते हए इस
                                                                    ु
        दरवाज़े तक आई और +कन प<रिPथ;तयJ म. वह उनक1 शरण म. बैठ© हई है.
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        कहते-कहते श5श क1 आँखJ क1 पलकJ पर Pवत: ह% आंसू +कसी अधHखल% कल%
        के   होठJ  पर  बैठे  हए  शबनम  के   मो;तयJ  के   समान  आकर  अटक  गए.  पलक.
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        अपने  आप  ह%  भीग  ग‰.  उसके   होठJ  पर  5सस+कयाँ  फ ू टने  को  हई  तो  ओम
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        नारायण ने श5श से कहा +क,
        'कोई बात नह%ं. जीवन म. उतार-चढ़ाव तो आते ह% ह8. वैसे आपको भी हो5शयार
        रहना चा हए. यहाँ अल%गढ़ तो =या +कसी भी बड़े शहर म. युवा लड़+कयJ को
        अगुवा करके  चकलाघरJ म. बेच  दया जाता है. आपके  साथ भी शायद ऐसा ह%

        क ु छ होने जा रहा था. बहराल, अब आपका आगे का =या Eवचार है?'
        '+कस बात का?'
        'जीवन के  आगे के  सफर का?'
        'बस एक ह% बात क1  ती-ा है."
        '+कसक1?'
        'इसक1?'  कहते  हए  श5श  ने  अपने  हाथ  म.  द%पक  क1  भेजी  हई  अंगूठ©  को
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         दखाया तो उसे देखते हए ओम नारायण ने कहा +क,
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        'म8 आपका मतलब नह%ं समझा?'
        तब श5श ने उसको अंगूठ© भेजने वाले का भेद तो नह%ं बताया और चुप ह% रह%

        तो ओम नारायण ने उससे आगे पूछा. वह बोला +क,
        'उस लड़के  का नाम =या है िजससे आपक1 सगाई हई थी?'
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        'आकाश.'
        'आकाश. . .?'


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