Page 61 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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धोबी का गधा -
यंग क_वता
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भारत से आये थे, अपनी पनी राजेiवर के संग
रहने _वदेश मC बहादुर लाल जंग,
उनका बदला रहने का ढंग और बोल क/ तंरग,
तो देख कर भैया हम भी रह गये दंग.
रह गये दंग,
सोचा, ये कै सा इनका Vमजाज़ बदल गया?
_वदेशी पानी का एक घूंट =या गले से जो उतरा,
8क उनक/ बोल का सब अंदाज ह बदल गया,
हमको Vमल गये वह एक दन, तो हमने हाथजोड़ कर आदर से कहा 8क,
बंधु जी नम?ते,
ये सुन कर च¦क गये वे, और बोले हमसे,
'ादर' ये _वदेश है, यहां पर 'ए=स =यूज मी' कहने वाल> क/
'=यू' तो वैसे भी बह ु त ल[बी है,
और 'पाड,न' का भी 'बड,न' कोई कम नह ं,
_वदेशी पानी का नशा ह ऐसा है 8क, अब हम नम?ते को भी नह ं समझते,
य द 'टाईम _वश' ह देना है तो, 'गुड ईवZनंग' या 8फर 'गुड मोZनÇग' कहो,
8कतना अoछा 'Vस?टम' है यहां का,
मर भी न पड़े, और हरदम 'हाय' भी कहो.
ये सब सुन कर, हम गंभीर ह ु ये ,
तब सोचा हमने 8क, ये कै सा _वदेश और कै सा यहां का जमाना है?
िजसे भी देखो वह उट का द वाना है,
हमारे भारत मC गाड़ी का 'ि?टयLरंग' 'राईट' है,
तो यहां पर 'लै¬ट' है,
)बजल के ि?वच नीचे को 'ऑन' हK, तो यहां पर ऊपर 'ऑन' हK,
भारत का Lरवाज़ है 8क, शाद पहले और बoचे बाद मC,
पर यहां पर बoचे पहले और शाद बाद मC,
मगर इससे भी बढ़कर आiचय, ह ु आ हमको ये जान कर 8क,
हमारे बंधु जी,
पचास वष, भारत मC रह कर भी अंjेजी कभी सीख नह ं सके ,
पर _वदेश मC पांच माह मC ह अपनी हQद =य>कर भूल गये?
हमारे पूछने पर उQह>ने बताया 8क, जब अंjेजी का जमाना है,
61 | जनवर -फरवर 2020