Page 63 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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तुम मेरे पास



                              नहAं हो . . .


                                    कहानी / शरोवन






          यह  तो अंतर होता इंसान के  :वारा बनाये Lरiत> मC; बेट  अगर

          नाराज़ होकर, घर छोड़कर, अपनी मनमानी से शाद  करके  चल
          जाए  तब  भी  वह  बेट   ह   रहती  है,  ले8कन  पि€न  या  HेVमका

          छोड़कर चल  जाए तो वह क ु छ भी नह ं रहती है. कोई भी Lरiता
          उससे नह ं रहता है.


             'पापा जी ,
             मKने कोट, मC जयनेश से शाद  कर ल  है. आप लोग> से बहत VमQनतC क/,
                                                             ु
        बहत हाथ जोड़े और बहत आंसू भी बबा,द 8कये, पर मुझे दुःख है 8क आपको
                            ु
          ु
        मेर  बात समझ मC नह ं आई. मुझे पूरा _वiवास है 8क जयनेश एक  दन, कभी
        न कभी हमारे धम, को अपना लेगा. मेरे पास कोई दूसरा _वकप भी नह ं था.
        मK जो क ु छ भी कर रह ं हँ या जो मKने 8कया है, उसके  Vलए हो सके  तो मुझे
                              ू
        मॉफ कर देना. मK जानती हँ 8क आज के  बाद मKने आपके  और अपने घर के
                                ू
        दरवाज़े हमेशा के  Vलए बंद कर Vलए हK इसVलए मK अपने पZत के  साथ आपके
                                         ू
        पास आशीवा,द भी लेने नह ं आ सकती हँ.
             आपक/ बेट ,


               63 |  जनवर -फरवर  2020
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