Page 67 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
P. 67
'यह ल िजये. इसको मKने के वल आपके ह Vलए खर दा है.'
'=या है इसमC?' उस लड़क/ ने पूछा.
'आपक/ चूड़याँ. याद है आपको, मKने उस दन आपक/ चूड़यां तोड़ डाल
थी. ले ल िजये. आप मना मत कLरएगा.'
'चूड़यां? वह भी मेरे Vलए? 8कसी लड़क/ को चूड़यां देना और वह भी एक
लड़के के :वारा? मतलब जानते हK आप इसका?'
'सचमुच नह ं जानता हँ. मKने आपक/ चूड़यां तोडी थीं, इसी Vलए आपको दे
ू
रहा हँ.'
ू
'चVलए आपके मान के Vलए रख लेती हँ. ले8कन साइज़ आपको कै से पता
ू
चला?'
'कह ं से भी नह . जहां से खर दC हK, उसको आपके ह समान एक लड़क/
दखाई और उसके साइज़ क/ ले ल ं. अगर 8फर भी छोट -बड़ी ह> तो मुझे
बताना, मK बदल दूंगा.'
'चVलए कोई और बात? अब शौ_पंग कर लूँ?'
'जर. ले8कन आपका नाम?' Lरतेश ने पूछा.
'LरZतका Vसंह.'
'अब चलूँ मK.'
'अवiय? आप मेरा नाम नह ं पूछCगी?'
'नह . आपका नाम पूछने के Vलए अभी और व=त चा हये होगा.'
8फर धीरे-धीरे Lरतेश और LरZतका क/ मुलाकातC और बढ़ ं. आपस क/ जान-
पहचान साधारण सी सड़क से उतर कर अपनव और Hेम क/ एकांत पगडंडय>
पर चलने लगी. एक दन वह आया जब LरZतका ने Lरतेश का नाम भी पूछ
Vलया. और इस तरह से दोन> के Hेम के पग साथ-साथ चलते हए दोन> के चार
ु
साल यतीत हो गए. इतना अ}धक समय बीता 8क दोन> को कॉलेज छोड़ने का
समय भी आ गया. Lरतेश क/ मा?टर क/ VशRा और LरZतका क/ बी. ए. क/
VशRा, दोन> ह पूण, हो गई. Lरतेश तो कॉलेज के बाद ह बKक क/ नौकर करने
लगा मगर LरZतका अपने घर पर ह रह . उसका घर पर रहने का कारण था
8क, उसके मां-बाप उसका Lरiता तय करके उसका _ववाह कर देना चाहते थे.
और जब _ववाह-सू* मC जीवन भर एक साथ बंधने क/ बात आई तो आज के
आधुZनक युग का लाभ उठाते हए LरZतका ने Lरतेश का नाम Vलया और Lरतेश
ु
ने अपने पLरवार मC LरZतका का. उसके बाद दोन> के पLरवार> क/ खोज आर[भ
67 | जनवर -फरवर 2020