Page 23 - माँ की पर्णकुटी
        P. 23
     एक शाम नव- ववा हत द प त के  नाम
          नव- ववा हत वर-वधु व बेट -दामाद को वा मी क ब ती से, कार म  लाकर मं दर दश न, सरस पाल र म  ना ता, होटल म
          भोजन एवम घर म   मठाई  खलाकर एवम उपहार देकर ब ती म  वा पस छोड़कर "मुँह  दखाई क  र म " क  है जाती ।
           मं दर दश न
                                                                                               Saras Parlour
                                                                                                      सरस पाल र
                                             होटल म  भोजन
                                                                                               मठाई का आनंद लेते
          शगुन                                                 मं दर दश न





