Page 129 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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क े पास कोई संपि है ही नह । वे हर चीज़ पर िनयं ण रखते ह , परंतु वे िकसी चीज क े मािलक
नह होते। ग़रीब और म य वग य लोग हर चीज़ क े वामी होने क कोिशश करते ह और इसिलए
जब उन पर दावा ठोका जाता है तो वे सरकार या अपने साथी नाग रक क े हाथ अपनी संपि
खो बैठते ह । उ ह ने रॉिबनह ड क कहानी से यह सीखा है िक अमीर से वसूलो, ग़रीब म बाँट
दो।
इस पु तक का ल य यह नह है िक कॉरपोरेशन बनाने का तरीक़ा बताया जाए। परंतु म
कह ँगा िक अगर आपक े पास िकसी तरह क वैध संपि याँ ह तो आप िजतनी ज दी हो सक े
कॉरपोरेशन ारा िदए जाने वाले फ़ायद और सुर ा क े बारे म यादा जान ल । इस िवषय पर कई
पु तक िलखी गई ह जो इन फ़ायदो क े बारे म िव तार से बताती ह और कॉरपोरेशन बनाने क े
िलए ज़ री सीिढ़य को भी समझाती ह । एक पु तक ख़ास तौर पर बह त अ छी है िजसका
शीष क है 'इ क. एंड ो रच' (यह पु तक कॉरपोरेश स क ताक़त का बख़ूबी वण न करती है।)
फ़ायन िशयल आई . यू. दरअसल कई क ु शलताओं और गुण का मेल है। म तो यही कह ँगा
िक यह ऊपर बताई गई चार तकनीक द ताओं का सम वय है जो मूलभूत फ़ायन िशयल ान
का आधार ह । अगर आप बह त यादा पैसा कमाना चाहते ह तो इन द ताओं क े सम वय से
आपका फ़ायन िशयल ान बह त यादा बढ़ जाएगा।
सं ेप म
आपक संपूण फ़ायन िशयल रणनीित क े िलए हम आपक संपि य क े चार तरफ़
कॉरपोरेशन का कवच लपेटने क बह त यादा सलाह देते ह ।