Page 82 - Magazine 2018-19
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BSGS Panorama
Article by Students and Teachers
ह द पहे लयाँ
क. लबं ा तन और बदन है गोल च. बड़ा बेसुरा बड़ा कु प
`मीठे रहते मेरे बोल
तन पे मेरे होते छे द काला है भई उसका प
भाषा का म क न भेद
अब बताओ जबाव या है? ले कन उड़ना जाने है वो
ख. पानी म पदै ा होता मगर नह ं वो पतंग वमान
उजला मेरा रंग
वाद बढाता धलु मल बासं ुर उसक वाणी इतनी कड़वी
करके म भोजन के सगं ।
पक जाते ह सुनकर कान
ग. ऐसा एक अजब खजाना
िजसका मा लक बड़ा सयाना बतलाओ तमु उसका नाम?
दोन हाथ से उसे लुटाए
फर भी दौलत बढ़ती जाए। कौआ
घ. आ द कटे तो गीत सुनाऊँ छ. बीमार नह ं रहती, फर भी खाती है गोल
म य कटे तो संत बन जाऊँ
अतं कटे तो साथ बन जाता नमक ब चे,बूढ़े सब दर जाते ह सुनकर इसक बोल ।
स पूण सबके मन भाता
बताओ या? बताओ या?
ङ. यह है फू ल काले रंग का , ब दकू
सर पर हमेशा सुहाए
तजे धपू खल – खल जाता ज. हरा हूँ पर प ता नह ं
पर छाया म मुरझाए।
बताओ या ? नकलची हूँ पर बंदर नह ं
व या बझू ो तो मेरा नाम सह ।
तोता
झ. मारो तो डडं ा
खाओ तो मठाई
हमने वो अपने खेत म उगाई
बोलो या?
सगं ीत ग ना
ञ. थम कटे तो पानी बने
म य कटे तो काल
अतं कटे तो बने काज
बोलो या है इसका राज।
काजल
छतर जोया अजहर, VII सी
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