Page 48 - karmyogi
P. 48

इि ज्ञाि िरोवर र्ें                                                                      अनत हदव्य पविेष ि                      ै


                          े
                 खखल िौ और कर्ल , र्ाँ िरस्वती की                                                                             यि कर्ल दल,

                                                    े
                              आराधिा क 'पावि दल'                                                                  " तर्िो र्ा ज्योनतगमर्य'
                                                                                                                              े
                                                                                                                                                   े
                                       या चगरधारी क                                                              का िंदि सलए, दता प्रनतपल
                                                                  े
                                                                                                                                          े
                                                                     े
                                                           े
                                    कर्म िल ि िींि,                                                                  अंधकार ि प्रकाि की
                                                                                                                                          े
                                                             े
                               हदव्य आस्था क फल ,                                                                      ओर बढ़ि का िंबल।
                                                                                                                                                                   ै
                                                                                                                                            ु
                                                              ं
                     11 पवद्यालयों का िुदर कर्ल दल,                                                                 िर क्षण अंकररत िोता ि,
                                  ककतिा निर्मल िो उिा ि                           ै                                           इिर्ें चगरधारी

                                  इि िलािय का िल।                                                                         का िंघषम - बल।
   43   44   45   46   47   48   49   50   51   52