Page 46 - karmyogi
P. 46

ककतिा उत्िाहित आरभ ि,
                                                                                                                                                                     ं
                                                                                                                                                                              ै
                                                                                                                                                     े
                                                                                                                                           े
                                                                                                                                    छोट-छोट सिपवरों र्ें,
                                                                                                                                             पवद्यालय


                                                                                                                          िन्र् की कार्िा को सर्ला

                                                                                                                                           ं
                                                                                                                                        इद्रधिुषी रग ि,
                                                                                                                                                                     ै
                                                                                                                                                             ं
                                                                                                                                         र्ां िरस्वती का

                                                                                                                            भी र्ुख- कर्ल खखल उिा ,


                                                                                                                                प्रथर् बार िब १९४९ र्ें


                                                                                                                          िलवाि बाल पवद्यालय बिा,

                                                                                                                                                                    े
                                                                                                                                        िषम चगरधारी क

                                                                                                                   र्ुख- र्ंडल पर आि भी हदव्य ि,
                                                                                                                                                                                   ै
                                                                                                                                     यि पवद्या र्ंहदर


                                                                                                                             अिंख्य छािों का तीथम ि,
                                                                                                                                                                            ै
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