Page 33 - Annadeepam Hindi Magazine Pratham Ank
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अन्नदीपम प्रथ संस्करण
रणाजपवक ारण
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शादफयासुल्ताना काव्या गप्ता
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तद्व.श्रेसहायक(तडमो), पत्री : कणाल क.गप्ता
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स्थानान्तरण
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ण्डलकायाालय: तवजयवाडा प्र.श्र.स(द्वहदी)
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क्ष.का., अमरावती
राजभाषा पर कद्ववता आ कीटोकरणप
आम की ठोकरी
जन् हुआ ानवताका।हांयहपतोवहस्थानहै,
दीपसपखतजन्होनेंि ाकीह को।तुलसप, कबपरणसंत हानहै, छहसालकीछोकरणप,
संस्कतसेसंस्कततह ारणप॥लहंदीपसेलहंदीुस्तानहै,
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भरणकरणकाईटोकरणप।
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तबहारणप।जैसे, कतवयोनेलहंदीपअमनाई, कशव, भनि
लहंदीपका हत्वबहुतहै॥येबातसबकोस झाई, टोकरणप ेंआ हैं,
यहपहैकारण दकइनसबकी।तवश्व ेंआजमहचानहै,
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संस्कतसेसंस्कततह ारणप॥लहंदीपसेलहंदीुस्तानहै, नहींबतातपदीा है।
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हैभािायेजन ानसकीजोहृदीयसेसबकोजोड़तपहै,
मढ़ाजाएइततहासतोये।दकओरण ोड़तपहैसभ्याता, ददीखा-ददीखाकरणटोकरणप,
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हरणलहंदीुस्तानपकददील ें॥इसकतलएसम् ानहै, ह ेंबुलातपछोकरणप।
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संस्कतसेसंस्कततह ारणप॥लहंदीपसेलहंदीुस्तानहै,
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बातकरणजोतलतमकीतो।बातहपइसकीतनरणालपहै, ह कोदीेतपआ है,
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जैसातलखतेवैसाबोलें॥मुरणानाना इसपकामॉलपहै, नहींबुलातपना है।
गौत बुवदीकीरणचनाकाभप।भािा ेंज्ञानहैइसप,
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संस्कतसेसंस्कततह ारणप॥लहंदीपसेलहंदीुस्तानहै,
ना नहींअबमनछना,
ुगलआएयाआएगोरण।सबको ारणभगायाथा,
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सारणाभारणतजबआमस ेंलहंदीपसेजुड़मायाथा॥ ह ेंआ हैचनसना
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तभपतोलहंदीपभािा ें, गायाजातारणाष्टगानहै।
संस्कतसेसंस्कततह ारणप॥लहंदीपसेलहंदीुस्तानहै,
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लहंदीन, ुतस्ल , तसक्ख, इसाई, आमस ेंयेसबभ्राताहै,
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हैलहंदीपतजसककारण हप॥आमस ेंइनकानाताहै,
त लजुलकरणजोयेरणहतेतो।भारणतकाहोतातन ाा ,
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संस्कतसेसंस्कततह ारणप॥लहंदीपसेलहंदीुस्तानहै,
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