Page 152 - Magazine 2022-intractive flip
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                             अमररकन मोकिवशनि स्पीकरों म प्रलसद्ध और "सीड्स ऑफ ग्िनस" जैसी
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                                                             ैं
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                             पुस्तकों क िखक, जो डलनस वििी ह, उनक शब्दों पर एक त्वररत ऩिर...
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                             "सबस बड़ी जड़ जो आप अपन बच्चों को द सकत ह, व जजम्मदारी की जड़
                             और स्वतंत्रता क पंख ह"~डलनस वििी…
                                                           े
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                             सारस्वतों की कहानी उस बड़ सास्कलतक वृक्ष स संबंलधत ह जहा भारत की
                                                                                ै
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         ST.TERESA’S COLLEGE (AUTONOMOUS), ERNAKULAM
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                                                                      े
                             प्रत्योक  राज्यो  संस्कलत  शालमि  ह।हम  सभी  न  योहूदी  प्रियो  और  कश्मीरी
                                                          ै
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                             पंकडतों क उत्पीड़न योा उनक वध क बार म सुना होगा... िककन इलतहास क
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                                                                                             े
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                             पन्नों म कही न कही सारस्वत ब्ाह्मण की कहानी ह जो पूण्ण रूप स न खोयोी
                                    ें
                                                                                      े
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                             हुई ह बज्कक ल्छपी रही ह। इसलिए इनक बार म अलधक जानन क लिए योकद
                                 ै
                                                  ै
                                                                                   े
                                                                      ें
                                                                   े
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                                                                                       ें
                                                                                         ैं
                             खोज कोंकणी भाषा क लिए की जायो जो अलधक अभी भी बोि रह ह और
                                                                    े
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                             उस भाषा जो हम ि जाती ह उसस जुड़ अनक कहालनयोों म।    ें
                                                               े
                                                            े
                                                                                े
                                                                                         े
                                                                                              े
                             उनकी  मातृ  भाषा  कोंकणी  का  पता  िगायोा  गयोा  जजसक  शब्द  ि  जात
                                                                                         ै
                             ह कश्मीर तक, जो अब क्विुप्त हो चुकी सरस्वती नदी की ओर ह, इसी
                              ैं
                                                                              े
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                                                                         े
                             कारण स उन्ह "सारस्वत" योा "सरस्वती पुत्र" कह जात ह। क्योोंकक उनकी
                                    े
                                                   े
                                 ृ
                             संस्कलत सरस्वती नदी क ति पर ही हुई। कश्मीरी पंकडतों का वह समूह
                                                                                   े
                                                               ै
                             इसी सारस्वत ब्ाह्मणों का एक भाग ह। कफर लनजचित रूप स एक सवाि
                                                                    े
                             उठता ह कक प्रवास ककस लिए था? प्रवास क पदलचन्ह हम उस समयो की
                                                                                 ें
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                             ओर ि जात ह जब सरस्वती नदी सूखन िगी थी जजसक कारण सूख और
                                          ैं
                                                                े
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        152                  अकाि पड़ गए थ और इस कदव्यो नदी क ति पर रहन वाि िोगों क पास
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