Page 35 - Prayas Magazine
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देता है हौंसला तूफाूँ में भी मुस्क ु राने का,

                                               चजसक े  कारण अपने आस-पास रोशनी फ ै लाती हूँ मैं,

                                                   एक चदया ऐसा चजसकी बाती हूँ मैं।




                                       कभी धुप तो कभी छाूँव सा बन जाता है वो,
                                               ं
                         साये से ही चजसक े  फ ू ल सी चखल जाती हूँ मैं,


                                           एक चदया ऐसा चजसकी बाती हूँ मैं।



                                        वो जुनून है, वो चफतूर है, वो िुऱूर है, मेरा

                                     चसमट क े  चजसमें लम्हा-लम्हा चपघल जाती हूँ मैं,

                                                                     ं
                                        एक चदया ऐसा चजसकी बाती हूँ मैं............



                                                       सीमा रानी,

                                                इचडियन ओवरसीज़ बैंक
                                                   राजभाषा अचधकारी





























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