Page 5 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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               यह प तक उन सभी लोग  को सम पत ह,  ज ह न                                                        े
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                ज रक थरपी पर  व ास  कया,  लवर थरपी को
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         आजमाया और जन हत म, इसका  नः वाथ  चार  सार


                                                       कया ।
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