Page 7 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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पृ वी पर आयुव द,आरोमा, स ा, रेक , यूनानी, होमीओपैथी, एलोपे थ
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आ द ब त सार च क सा व ान उपचार क लए उपयोग म लाय जात े
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ह । ले कन इनम स कसी भी व ान स गंभीर रोग का पूण उपचार
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संभव नह ह । इन सब च क सा व ान म सबस यादा तर क करन े
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वाला एव उपयोग म लाया जान वाला च क सा व ान एलोपे थ ह, परंत ु
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या ऐेलोप थ च क सा व ान स आज तक कोई भी गंभीर बीमारी का
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पूण इलाज संभव आ ह ? अगर हम दख पेरालाइ सस, हाट अटक,
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थाइराइड, लं स डीसीज, फट लवर, कोले ॉल, लड ेशर, कडनी
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फ लओर आ द जैस गंभीर रोग का ऐलोपथी च क सा व ान म ऐसा
कोई इलाज नह ह, जसस ठ क होन क बाद आप बना दवा जीवन भर
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जी सक । य द आपको जीवन भर दवा क सहार चलना ह तो वह
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इलाज नह ह ब क सफ रोग क रोक थाम ह । परंत इस रोक थाम क
लए भी जो दवाएं आप ल रह ह वह एक बीमारी को रोकन क साथ
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आपक शरीर क सर अंग को नुकसान भी प चाती ह । जसस आपक
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उ और कम हो जाती ह और आपको जतना जीना चा हए आप उतना
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नह जीत ब क कई बार तो कई लोग को युवाव ा म ही नया स े
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जाना पड़ता ह । तो सवाल आता ह क या नया म कोई ऐसी
च क सा भी ह जसस एक बार इलाज लेन क बाद आपको बारा
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दवाइय क आव यकता न पड़ ?
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