Page 9 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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ज रक थरपी ही व क सफ एक मा ऐसी
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च क सा प त ह जो पण प स ाक तक ह, जसका
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शरीर पर कोई कसी कार का भाव नह ह और जो
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बीमा रय पर तरत भाव स असरकारक ह । हजार
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साल स य च क सा प त दबी पड़ी थी जस कई
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काल म हमार ऋ ष म न उपचार क लए उपयोग म लत े
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थ । परत समय क साथ इसका व तार और उपयोग कम
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हो गया और एक समय ऐसा आया जब वदशी
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आ ा ता क साथ उनक च क सा व ान भी आए
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और उ ह न अपनी अपनी च क सा प त को मह व
दया । इसी कारण ज रक च क सा प त का
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उपयोग और वकास बद हो गया । क त ! डॉ. योग
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परो हत न अपन अथक यास स हमारी ऐ तहा सक
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ाक तक च क सा प त ज रक को पनः जीवत कर
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दया और उ ह न अपन रसच स इसका वकास कर इस
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पहल स भी यादा असरकारक बना दया ह । तो आइए
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" ज रक थरपी व ान भाग-1st" प तक क मा यम स े
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जानत ह क ज रक च क सा या ह ? एव यह कस े
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काय करती ह ?
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