-24-
दो
-दबा त नाथ
नवमी- अ
सुख म , दुख म साथ नभाते दो
सह राह िदखाते दो ।
ग य भी बताते ह
और उनसे बचाते दो ।
साथ-साथ खेलते, पढ़ते
साथ-साथ रोते, हसते
ँ
हो जाते नाराज़
तो झट से मान जाते दो ।
दूर जाने पर बहुत
याद आते ह दो ।
ऐसे होते ह स े दो
मु ल से मलते ह अ दो ।