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स्िच्छिा ही िििक्ति ह ै
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स्ििछिा से ही स्िस्र् िारि की नींि रखी जा सकिी है।
स्िच्छिा को अपनी आििों ,संस्कारों में ढालकर हम स्िस्र्
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जीिन को पा सकिे हैं। यह ना किल िन की बक्ल्क मन की
स्िच्छिा िी होनी िादहए।
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हम सिी को अपन घर क े ,आस पास क े िािािरण को साफ
सुर्रा रखना िादहए िाकक एक प्रसन्द्नधिि समाज का तनमाथण हो
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सक ।िि की सफाई शसि स्िास््य कशमथयों की ही क्जम्मिारी
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नही है,िरन इसमें हम सब की िागीिारी होनी िादहए क्जसमें
सिी नागररको को अपनी िूशमका तनिानी िादहए ।
युिािक्ति है सब पर िारी
आओ करें स्िच्छिा की िैयारी
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स्िच्छिा क े इसी महम उद्िश्य हिु प्रतििर्थ की िाूँति इस िर्थ िी
दिनांक 1शसिंबर से 15 शसिंबर 2021िक विद्यालय में स्िच्छिा
पखिाड़ा मनाया गया ।क्जसमें प्रधानािायाथ महोिया,अध्यापक
गण ि सिी विद्याधर्थयों ने बढ़ िढ़कर िाग शलया।कक्षा छठी से
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आठिीं िक क े छात्रों ने िी इस पखिाड़े में पूर ज़ोि से िाग
शलया।
सिी क े मन में यही संकल्प र्ा--
सज्जनो का क्रोध जल पर अंककि रखा क समान ह, जो िीघ्र ही विलुप्ि हो जािी ह।
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