Page 37 - E-Book 22.09.2020
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1. किष े का कम होना ।
2. किष क िलए रसायन का उपयोग करना ।
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3. फि य और िवकास क िलए पेड़ को काटना ।
4. आबादी का बढ़ना ।
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5. ाकितक संसाधन क िलए खनन आ ।
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ऐसे ही अनेक कारण रहे जो हम कित से दूर ख च ले गये। इ ही कारण और दूषण से जलवायु
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प वत न आ और असमय या सामा य से कम वषा , फ लाइजर (किमकल) क कारण जमीन बंजर होना,
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वन कटने क कारण और भी अनेक कारण, बन िजस वजह से सान को िववश होकर शहर म मजदूरी
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करने पर िववश होना पड़ा।
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कोरोना काल म बढ़ती ाकितक नजदी याँ:
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कित एवं ाकितक संसाधन का जो व प कोरोना काल म द शत आ वह अलौ क था। जो
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मनु य िवकास को अपना आधार समझता था उसे भी उन मू य का अहसास आ कित ही भगवान है।
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और पी यां शहर म िबताने क बाद िवषम प ि थत म मनु य को ामीण प वेष और नैितक मू य का
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अनुभव कराया। जो अिव मरणीय है। जो काय सरकारी तं योजना और पैसे से नह आ, उसे एक
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बीमारी ने कर या और अहसास लाया मनु य का गाँव और ाकितक संसाधन ही मूलभूत आधार
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है। कोरोना काल म लोग ने गाँव तरफ पलायन कर ये समझा जीवन ही सवदा मह वपूण और
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दुबारा से किष को गित दान क सारी ोज ट गितिविध क जाने क कारण वन े म भी वृि ई है।
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और वाहन का कम उपयोग होने से वातावरण भी शु आ है य िप यह अहसास लाया हमार े
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पूवज इन को देवीय प मानते थे। शायद वही सही थे।
भिव य क उपाय:
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कोरोना तो एक दुभा यपूण प ि थित थी जो हम बोध ान करा कर गयी। यह भिव य को बचाने क िलए
हम या उपाय करन हो, ये हम ही सोचना होगा।
िन उपाय-
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उ तकरण संसाधन का कम उपयोग ।
रसायन से किष न करना ।
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किष े को बढ़ाना ।
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वन े को बढ़ाना ।
सरकार क किष आधा त योजनाएं ।
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जल संर ण पर िवशेष यान ।
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ाकितक संसाधनो पर कम से कम िनभ रता ।
काब न का कम उ कष करना ।
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यह भी िश ा लाई जाएगी लोग क िवचार बदलते िवकास क ित बदल ।
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जनसं या िनय ण ।
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