Page 35 - E-Book 22.09.2020
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आधुिनक प पे म ाकितक संसाधन का रण
डॉ. (ले.) िशव ओम ह
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ाकितक संसाधन सामा य प से कित क रा या गया एक अलौ क उपहार है। हवा, पानी,
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िम ी, पेड़ और सूय क रोशनी कछ ऐसे उदाहरण ह जो कित से िबना सी ह त ेप क ा होते ह ।
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हालां , ऐसे और कई अ य ाकितक संसाधन भी ह जो आसानी से नह िमलते जैसे- खिनज और जीवा म
ईधन।
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ाकितक संसाधन क कार:
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हमार पास िविभ कार क ाकितक संसाधन ह िजसक िवशेषताएँ और उपयोग एक दूसर से
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अलग होते ह । इ ह दो ापक ेिणय म वग कत या गया है।
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1. नवीकरणी ाकितक संसाधन
2. अनवीकरणी ाकितक संसाधन
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नवीकरणी ाकितक संसाधन:
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यह वह ाकितक संसाधन है िजसका नवीनीकत या जाये और बार-बार उपयोग म लाया जाये
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जैसे- पानी, सौर ऊजा , बायोमास, वायु और िम ी इ या संसाधन क नवीकरण म समय लगता है जैसे-
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िम ी, लकड़ी आ ।
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अनवीकरणी ाकितक संसाधन :
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यह वह ाकितक संसाधन है िजसका नवीनीकत या पुनन वीनीकरण नह या जा सकता य
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इ ह बनाने म ब त ल बा समय लगता है जैसे- कोयला, तेल, खिनज और ाकितक गैस इ ह भी िवभािजत
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कर दो ेणी म रखा गया है: जैिवक और अजैिवक।
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ाकितक संसाधन का मह व अनादी काल से चला आ रहा है य हमारी ज रत एवं जीिवका
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इसी पर कि त है। पृ वी क उ पित से लेकर आज तक हम कित का ही दोहन कर रहे ह । बढ़ते समय क
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साथ मन य क िवचार धारा भी प व त दी गयी है। पुराने समय म हम कित को देवी-देवता
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णी म रखा करते थे और उनका मू य समझते थे।
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ाचीन समय म संसाधन का अभाव था और जानका यां भी नह थ । सीिमत ोत आ करते थे।
और उनको सवारने म हमार राजा महाराजा और पूवज का बड़ा योगदान था। समय-समय पर वह इन
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संसाधन को सहेज कर हमारी आने वाली पी य क िलये मदद करते थे। ान का अभाव आ करता था,
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फर भी वो कित क ित िवशेष िच रखते थे। जैसे वषा का समय और फसल, िविभ मौसम अलग-
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अलग फसल, फल-फल क खेती समय और प ि थत क आभाव म भी वो ऐसी व था बनाये रखते थे
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