Page 156 - Not Equal to Love
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सूरज ूकाश
05/23/2015 4.09 PM
- हैलो!
- आपक सार+ कहािनयां अपनी सी लगती ह - मेर+ Oज़ंदगी
का एक बेहतर+न दौर तुdहारे साथ ह+ गुज़रा है। Oज़ंदगी के
सबसे अथ<पूण< 5दन तो शायद वह+ रहे थे।
- दो जीवन - समाTतर!
- हां वह+!
- लगता है सब पढ़ िलया!
- हां, कु छ कहािनयां दो तीन बार!
- कै सा लगा गुजरना बहुत 5दन* बाद 5कसी लेखक के पूरे
सा5ह य के बीच से?
- वंडरफु ल यू आर। 5कतना समप<ण होता है लेखक म।
ूणाम है आपको!
- लगता है आपक बाई भी काम से जी चुराती होगी। देखती
होगी मैडम 5दन भर Iबजी ह पढ़ने म!
- अब जो म िलखूंगी इन सब के बारे म वो जबरदः त
होगा।
- जानता हूं ले5कन एक लेखक के पूरे सा5ह य से गुजरना
कै सा लगा?
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