Page 6 - INBEF की आवाज़
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से वंिचत होना पड़ा । इस समझौते मे  आईबीए की माँग पर रेिस ट  िक  व प  ैिक  सेज़ के  अन  गर त अनेक प  ावधान

            जोड़े गए िजसमे  िवशेष पिरिस  ितयो  मे  कै श काउंटर के  अितिरक   िकसी अन   जगह रोकड़ प  ाप   करना,


            व  ावसाियक समय समाप   हो जाने के  बाद भी ग  ाहको  से रोकड़ जमा करना, बै क द  ारा अपनी मज़ी   से बै क


            किम र  यो  को कभी भी बुलाए जाने का अिधकार इस शतर  के  साथ िक कु ल साप  ािहक काम के  घंटो  मे  वृिद   न


            हो, एक से अिधक पदनाम होने पर उन पदनामो  के  कायर  एक साथ एक ही िदन िलया जाना आिद जोड़े गए ।


            इसी समझौते  से  श  िम क  संघो   द  ारा  आईबीए  के   समक    पहले  से  हांिसल  अिधकारो   पर  कु ठारपात  और


            समपर ण की शुर आत ह ई और काम के  मामले मे  बै क किम र  यो  का जीवन नारकीय बनने लगा ।




            पाँचवा िद  पक  ीय समझौता





            यह समझौ ता  21  माह  के   िवलम    के   पश  ात  10.04.1989  को  हस  ाक  िरत  ह आ  और  01.07.1987  की  जगह


            01.11.1987 से लागू ह आ और एक बार िफर बै क किम र  यो  को बढ़े ह ए वेतन के  चार माह की वृिद   के  लाभ से


            वंिचत होना पड़ा । एआईबीईए के  अितिरक   INTUC से सम  द   ऑल इिण  या बै क एम प  ॉईज़ फ़े डरेशन शास    री


            अवाडर  के  ज़माने से बै क किम र  यो  का प  ितिनिधत   करती आ रही थी-पहले िद  पक  ीय समझौते पर भी फ़े डरेशन


            ने हस  ाक  र िकए थे । दूसरे िद  पक  ीय समझौते पर के वल एआईबीईए ने हस  ाक  र िकए । इसके  बाद िस  ित


            तेज़ी से बदली एआईबीईए से िनकाले गए नेताओं ने फ़े डरेशन के  साथ िमल कर इिण  यन नैशनल बै क


            एम प  ॉईज़ कांग  ेस की स  ापना की िजसमे  बै क ऑफ़ बड़ौदा की बह मत प  ाप   फ़े डरेशन, इिण  यन ओवसी  ज़

            बै क की बह मत प  ाप   यूिनयन आिद शािमल हो गयी  । INTUC से सम  द   INBEC और AIBEA के  बीच फ़ासला तेज़ी


            से कम ह आ-जहाँ AIBEA 46% बै क किम र  यो  का प  ितिनिधत   कर रही थी वही  INBEC 36% बै क किम र  यो  का । इस


            दौरान स  ेट बै क ऑफ़ इिण  या, जहाँ उनकी बै क की बह मत प  ाप   फ़े डरेशन के  साथ अलग समझौता ह आ


            करता था, के  िलए आईबीए की सदस  ता अिनवायर  कर दी गयी । उस वक    देश मे  जनता पाटी   का शासन था


            -आई. जी. पटेल िवत   मन    री थे िजन  ो ने प  धानमन    री मोरारजी देसाई के  िनदे  श पर INBEC के  नेताओं के  सामने


            शतर  रख दी िक वे INTUC से नाता तोड़ने के  बाद ही िद  पक  ीय समझौते की प  िक  या मे  भाग ले सकते है  । सरकार


            के  इस तरह के  राजनैितक दवाब के  सामने समपर ण करते ह ए बै क ऑफ़ बड़ौदा, इिण  यन ओवसी  ज़ बै क व


            INBEC के  कई अन   नेताओं ने स  ेट बै क की फ़े डरेशन के  साथ तीसरे िद  पक  ीय समझौते से पूवर  एनसीबीई के


            नाम से  एक  नया  संघठन  बना  िलया  और  एआईबी ईए  के   साथ  एनसीबीई  ने  तीसरे  और  चौथे  िद  पक  ीय


            समझौते पर हस  ाक  र िकए । INTUC से सम  द   संघठन इन दो िद  पक  ीय समझौतो  मे  पक  कार नही  बना ।

            पाँचवा िद  पक  ीय समझौता इस िलहाज़ से महत  पूणर  है िक INBEF ने INTUC से सम  द   यूिनयन के  प  भुत   को


            िफर से स  ािपत िकया और एआईबीईए, एनसीबीई के  साथ पाँचवे  िद  पक  ीय समझौते पर हस  ाक  र िकए ।


            इस समझौते ने िद  पक  ीय समझौते की अविध चार से बढ़ा कर पाँच साल करना स  ीकार कर िलया ।




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