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माूँ
मेरी माूं, प्यारी माूं
सारे जग से न्यारी माूं
सुबह-सुबह वह मुझे उठािी
नन्हें-नन्हें गीि सुनािी,
बड़े प्यार से मुझे तखलािी,
माूं क े आूंिल में है छाया,
माूं से कोई जीि न पाया,
राि को लगिा जब डर
माूं सूंग सksिीतबस्िर पर,
मुझे दुतनया से लड़ना तसखािी
सारे जग से मुझे बिािी,
माूं से कोई ना होगा दूजा,
माूं की करेगा जग भी पूजा I
कोमल पैन्यूली
आठव ीं ‘ब’
बिपन
मारो ना हमें मम्मी, बच्िों का जमाना है I मैडम ने हमें खेल - खेल में ही तसखाना है
मारोना हमें डैडी, बच्िों का जमाना है I मारोना हमें मम्मी, बच्िों का जमाना है I
इिने छोटे से हम बच्िे, इिनी बड़ी यह लकड़ी पढ़ तलख कर हम बनेंगे, सेना क े बड़े अफसर
इस लकड़ी को िो मम्मी, िूल्हे में जलाना है Iहमको िो अपने देश क े गौरव को बढ़ाना है I
मारोना हमें मम्मी, बच्िों का जमाना है
मारो ना हमें मम्मी, बच्िों का जमाना है I
यह बिा इिना भारी, उठे िो हमसे क ै से
निशा
सातव A