Page 49 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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मुसा8फर
कहानी /उषा देवी कोहटकर
रात के नौ बजे हK. बहत सार पढ़ाई बाक/ है. 8फर भी घर क/ सी ढ़य>
ु
पर मC अके ला ह बैठा हँ इस तीन मंिजल के खूबसूरत मकान क/ तीसर मंिजल
ू
पर तीन साल पहले माँ ने, दो बेड~म का अपा,टमCट 8कराये पर Vलया था. _पछले
चार साल से, हो?टल मC रहकर मK अपनी कॉलेज क/ पढ़ाई पूर कर रहा था.
इसVलए छ ु «य> मC घर आने के बाद Vल_वंग-~म मC सोफा−कम−बेड पर चQद रातC
)बताना मेरे Vलए कभी सम?या नह ं बना. Vसफ, छ ु «य> मC घर आता था.
इसVलए माँ )बलक ु ल मेहमान>-सी आवभगत करती थी मेर . बीस साल पहले पाँच
साल क/ बेट डेझी और दो साल के बेटे कोयनी मुझे लेकर मेर बाईस साल क/
युवा माँ ने मेि=सको छोड़कर Qयूयॉक, आने क/ ह[मत क/. मेरे _पता ने, दूसर
औरत के Vलए माँ को अपनी िजQदगी से यूँ उठाकर फC क दया जैसे कोई चावल
चुनते हए कं कड़ उठाकर फC क देता है. पZत क/ ना-इQसाफ/ क/ फLरयाद लेकर
ु
माँ जाती भी कहाँ? अके ल होकर हम दोन> क/ परवLरश करना, हमC पालना,
पढ़ाना-Vलखाना था तो मुिiकल, परQतु उसके उतरदाZयव का बोझ और कौन
उठाता? अपने आँसू खुद ह प>छकर माँ चल पड़ी. Qयूयॉक, जैसे शहर मC अके ले
रहकर हम दोन> को पाला, बड़ा 8कया. धूप उसक/ थी, छाँव हमार , द=कतC
उसक/ थीं. खुशी मेर और डेझी क/. असमय इतनी बड़ी िज[मेदार उसके कं ध>
पर आई और उसने बखूबी Zनभायी. अपने देश मC माँ ने हाई?क ू ल तक क/ पढ़ाई
पूर क/ थी, परQतु ?पेZनश भाषा के मायम से. अंjजी का मामूल bान था
उसे. मगर Qयूयोक, आते ह =लॉसेस मC जाकर अंjेजी का पया,qत bान इसने
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