Page 52 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
P. 52
महसूस हआ 8क मेरा गूँगापन क ु छ cयादा ह बZछर हो गया है. मK समझ रहा
ु
था, 8क उसका क[qयूटर साइQस क/ पढ़ाई क/ क ठनाइयाँ पूछना तो एक बहाना
होता था, डेझी से पढ़ाई मC मदद लेने का और हमारे घर मC cयादा से cयादा
समय )बताने का. जहाँ तक हो सके , शाम का ज~रत से cयादा व=त हमारे घर
मC कने के Vलए रोज Zनत नए बहाने ढ ूँढने के उसके Hयास देखकर मुझे गु?सा
आने लगा था. जब पता चला 8क वह युवक माँ से उ\ मC काफ/ छोटा है और
काम करके अपनी पढ़ाई पूर कर रहा है, तब लगा 8क आवाज क/ दुZनया से
Lरiता जोड़नेवाला मेरे कान मC छ ु पा हआ यािQ*क कान नामक यQ* फC क दूँ,,
ु
ता8क माँ के कारनाम> क/ कम-से-कम मुझे कान>-कान खबर न हो. डेझी और
उसक/ हम-उ\ सहेVलय> क/ दुZनया मC HचVलत Lरवाज> को यान मC लेते हए
ु
डेझी के , शाद तय होने से पहले जो Vम* थे, उQह>ने कभी मुझे इस हद तक
अ?व?थ नह ं 8कया था. तेरह से सोलह,, इन तीन साल> का समय डेझी क/ उ\
ने इस अQदाज मC )बताया 8क उसके पलँग के पास रखे हए छोटे-से टेबल पर
ु
जो ±े म थी, वह कायम रह , Vसफ, दो?त> क/ त?वीरC बदलती ग. जॉन, िजम,
बॉबी, रॉबी, अब तो मुझे सारे नाम भी याद नह ं. उस व=त माँ के Zनयम> के
अनुसार डेझी को अपने Vम* को घर लाने क/ इजाजत नह ं थी. रात के दस बजे
के बाद घर लौटने क/ पाबQद थी. पढ़ाई मC बी qलस, यानी 8क सौ फ/सद अंक>
क/ उ[मीद तो माँ नह ं रखती थी, परQतु ए qलस, यानी 8क 94 फ/सद मा=स,
ज~र Vमलने चा हएँ. इस बात पर जोर देती थी. _पछले साल डेझी जब पहल
बार अपने भावी पZत को साथ लेकर घर आई,, तब माँ ने फौरन मँगनी क/
र?म पूर करने क/ जद क/ थी. मँगनी क/ अँगूठ का हाथ पकड़कर ह मेरे
भावी जीजाजी को हमारे घर क/ सी ढ़याँ चढ़ने क/ इजाजत Vमल थी.
आज शाम डेझी ने अपने कमरे क/ सफाई करते व=त पुराने Vम*> के Hेम-
प*, उनके दए हए तोहफे , लाल गुलाब> क/ अन}गनत सूखी पंखुड़याँ, सुनहरे
ु
कागज> मC लपेटे हए सुगं}धत, शुBक गुलद?ते और उस दर[यान Vलखी हई
ु
ु
डायर , इन भावपूण, ZनशाZनय> को इस अVलqतता से कचरे मC जमा 8कया, 8क
मK दंग रह गया. हैरान हो गया. Hेम के इस ~प को =या नाम दूं, इस सवाल
ने थोड़ा-सा अशांत भी 8कया मुझे. मान Vलया, शाद तय हई है,, इसVलए भूतपूव,
ु
दो?त> से, उनक/ याद> से _वदा लेना ह उ}चत है,, परQतु मुझे हैरत इस बात से
ु
हई 8क उन पुरानी याद> क/ आहट तक डेझी ने महसूस नह ं क/. न जाने =य>,
मेरे भावी जीजाजी के बारे मC थोड़ी-सी }चQता भी होने लगी. 8कशोरवयीन युवक-
युवZतय> के Hेम-स[बQध> को एक कVशश-भरा अतीत देने क/ Rमता =य> नह ं
52 | चेतना प ढ़ये और आगे ब ढ़ये