Page 78 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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शVश ने अपना घर और Vशकोहाबाद छोड़ने से पहले उसने सूटके स Vलया.
उसमC अपने व?* रखे. इसके अZतLर=त अQय आवiयक व?तुएं भी संभाल कर
रख ल ं. उसी समय उसक/ अलमार मC रखे हए द पक के प* और अंगूठ के
ु
एक छोटे से पास,ल को देख कर उसक/ आँख> क/ पुतVलयाँ एक ह ?थान पर
ठहर ग. बड़ी देर तक वह अंगूठ और उसके साथ के प* को देख कर वह
गुमसुम सी होकर सोचती रह गई. _वचारती रह . याल> मC _वचरती रह . 8फर
भी एक बार उसके होठ> से Zनकल ह गया, 'न जाने कौन था? कौन जाने?'
8फर जाने =या सोच कर उसने वह अंगूठ अपने दायC हाथ क/ अंगुल मC पहन
ल . भेजने वाले के qयार का मान रखने के Vलए या 8फर दल मC छ ु पे हए कह ं
ु
qयार क/ आ?था के कारण. वह न जानती थी. बाद मC उसने प* को एक बार
8फर से पढ़ा. पढ़ने के बाद उसे भी उसने अपने सूटके स क/ जेब मC रख Vलया.
इतना सब क ु छ करने बाद उसने एक रात अपना घर छोड़ दया. चुपचाप, घर मC
8कसी को क ु छ भी बताये बगैर. इस संसार मC, एक नये जीवन क/ आशा थाम
कर, एक नये माग, क/ तलाश मC Zनकल पड़ी- द पक क/ अंगूठ को पहने हए
ु
ह . - शेष अगले अंक मC.
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लक/रC-
देखो, हाथ> क/ लक/रC क ु छ नह ं करती हाथ> मC,
इंसान ह ं हाथ> मC लक/रC बना देता है.
अंगुVलयाँ नह ं चलाती इंसान के हाथ> को,
इंसान ह इंसान को अंगुल पे नचा देता है.
इंसान के हौसले गर बुलंद हो जाएँ तो,
इंसान गधे को भी इंसान बना देता है.
इंसान को द है खुदा ने इतनी ताकत 8क,
वह िजसे चाहे उसे वह बना देता है.
और तो और इंसान क/ अ=ल तो देखो,
वह लकड़ी, पथर को भी भगवान बना देता है. -शरोवन.
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