Page 15 - माँ की पर्णकुटी
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एक शाम  कार गल ह रो के  नाम ( 11  सत बर 2016 )


                                                                        मानसरोवर  म   गाय ी  नगर   व तार  के   पीछे
                                                                        ि थत  वा मी क  ब ती  के   म य  "  माँ  क
                                                                        पण क ु ट  "  के  ब च  म  देशभि त  क  भावना
                                                                        जागृत करने के   लए "एक शाम कार गल ह रो
                                                                        के  नाम" काय  म का आयोजन  कया गया I

                                                                        ब चे इससे पूव   सनेमाई ह रो- हरोइन क  चचा
                                                                        करते  रहते  थे  एवं  उन  जैसा  ह   पहनवा  व
                                                                        हेयर  टाइल करवाने क  को शश  कया  करते

                                                                        थे I

                                                                          इस  काय  म  के   मु य  अ त थ  कार गल
                                                                        यु ध के  ह रो महावीर च   वजेता   ी  दग
                                                                        क ु मार जी थे I  आपने  पांच गोल  लगने के


         बाद  भी  48  पा क तानी  सै नक   का  सफाया  कर
         कार गल यु ध के  समय ज मू क मीर म  तोलो लंग
         पहाड़ी क  बफ ल  चोट  को मु त करवाकर 13  जून

         1999  क  सुबह चार बजे  तरंगा लहराते हए भारत
                                               ु
         को   थम  सफलता   दलाई  थी  िजसके    लए  उ ह
         भारत सरकार  वारा 15  अग त 1999 को महावीर
         च  से अलंक ृ त  कया गया।

         इस  काय  म  को  देखने  के    लए  भार   सं या  म

         ब तीबासी  एवं आस-पास क  कॉलोनी बासी  आये I
         सभी इस काय  म को  ा भ होने से लेकर समाि त
         तक शांत   चत होकर देखते रहे I  खर तो इतना



                                                                      अ भभूत हो गए  क वे भूल ह  गए थे   क वे
                                                                      वी डओ  रकॉ ड ग कर रहे ह  I ट ट  क  यव था
                                                                      ल मी  ट ट  हॉउस  के    ी   दनेश  वा ण यजी  ने
                                                                       नशु क क  I काय  म के  बाद ब तीबा सय  एवं

                                                                      आगंतुक  अ त थय   के   समरसता  भोज  क
                                                                       यव था  थी  I  भोजन  सा म ी  क    यव था
                                                                      अजयजी ने एवं बनाने का काय  ब तीबा सय  ने
                                                                       कया I
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