Page 30 - माँ की पर्णकुटी
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  आप  वारा ब च  व ब तीवाल  क  चोट एवं मौसमी बीमा रय  का  ाथ मक उपचार एवं  दवाई
               आ द उपल ध करवाई जाती ह । आव यकता पडने पर डा टर  से परामश  करना, मर ज  को  वयं क

               गाडी से ले जा कर इलाज करवाना आ द काय  ‘‘मॉ ं  “  वयं करातीं ह । गौर  क  मॉ ं   ीमती कै लाशी देवी

               के    गर  जाने के   कारण क ू  हे  क  ह डी  टू ट  जाने  पर  दो  माह  तक ‘‘जयपु रया अ पताल”  म   उनका

               ईलाज व ऑपेरशन कराया । ऑपरेशन के  दौरान खून व दवाईयां क   यव था तथा देखभाल आप  वारा

               ह  क  गई। दुघ टना बस चू हे से 60% जल    या का 12 माह तक ब ती के  अ दर ह  इलाज करवाया
               । ब तीबसी   कसी भी बडी बीमार , चोट लगने, क ु  े के  काटने आ द पर  ‘‘मॉ ं  “ के  घर पहँच जाते ह ,
                                                                                                       ु
               वे उसी अनुसार उनके  उपचार क   यव था करवाती ह ।

                     आप  वारा ब च  को  सं का रत करने पर  वशेष  यास  कये जाते ह । इस हेतु   त दन 10

                म नट का क त न, मौन आ द काय  करवाये जाते ह  । ब च  को सच बोलने, साफ सुथरा रहने,  व छ

               कपडे पहने दै नक  नान, द त मंजन, गाल  नह  देने आ द के   लये  े रत  कया जाता है। ब च  म

               देशभि त  क   भावना,  गौमाता  के     त    धा,  माता   पता  एवं  अ य  ब धुगण   का  स मान,
               नम कार/चरण पश  करने के   लये  े रत  कया जाता है। ब च  को शाकाहार  भोजन के   लये भी  े रत

                कया गया है, क ु छ ब च  ने इसे पूण तया अगींकार भी कर  लया है।

                     ब च  को  सनेमाई ह रो के   थान पर देश के   लये मर  मटने वाले सै नक  के    त   धा पैदा

               करने हेतु "एक शाम कार गल ह रो के   नाम" काय  म आयोिजत  कया गया।  इसम  महावीर  च  से

               स मा नत  ी  दगे   क ु मार जी (आपने कार गल यु ध म  पांच गोल  लगने के  बावजूद 48 पाकि तानी

               सै नक  को मार  गराया था।) का काय  म रहा था। आपने अपने चय नत ब च  को  ी  दगे  र क ु मार
               जी  वारा पु  क ृ त भी कराया।

                     गौ माता के    त ब तीबा सय   के  मन म    धा उ प न करने हेतु, उनको सात  दन तक कथा

                थल तक ले जाकर आ था द द  एवं उनके  गु   ी गोपालजी महाराज क  गौ कथा का  वण कराया।

               आ था द द  ने ब ती म  आकर ब च  को आशीवा द  दया एवं सीमाजी  वारा वा मी क ब ती के  ब च

               के  उ थान एवं सामािजक अ पृ यता जैसी बुराई को दूर करने हेतु  कये जा रहे अनुकरणीय काय  को
               सराहना क  ।

                     आप   वारा  स ताह  म   दो बार   ोजे टर  वारा  पुरानी  रामायण  को   दखाया  जा  रहा है, िजसे

               ब च  के  साथ साथ म हलाओं व ्  पु ष   वारा बड़े चाव से देखा जा रहा है।

                     आप  वारा ब च  व म हलाय  को 30 /12 /2017 को खाट ू   याम बाबा व जीण माता जी के

               दश न कराये गये। क ु ल सं या 75 रह । रा ते म  अ पहार, भोजन,  फर ना ता व रा   के   लए भोजन
               के  पैके ट क   यव था रह । ‘‘मॉ ं  “ ने ब च  के  साथ बस म  भजन क त न  वारा भि तमय माहौल बना

                दया। लगभग दो घंटे लाइन म  लगने के  बाद सभी को बाबा का आशीवा द  ा त हआ।
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