Page 149 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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िसखाया है । हर शहर म मुझे यह सुनने म आया है िक रयल ए टेट को स ते म नह ख़रीदा जा
सकता । यह मेरा अनुभव नह है । यूयॉक या टोिकयो म या शहर से थोड़ा सा दूर, ऐसे शानदार
मौक़ े ह िज ह . यादातर लोग नजरअंदाज कर देते ह । िसंगापुर म जहाँ अभी रयल ए टेट क
क़ मत बह त यादा चल रही ह ऐसी बह त सी ॉपट ज़ ह जो चंद िमनट क ायिवंग क दूरी पर
ह । इसिलए जब भी म िकसी को यह कहते सुनता ह ँ '' आप यहाँ ऐसा नह कर सकते '' तो म
उ ह यह याद िदलाता ह ँ िक शायद आपको यह कहना चािहए '' म नह जानता िक यहाँ ऐसा
क ै से िकया जा सकता है... अभी तक । ''
महान अवसर को आपक आँख नह देख सकत । उ ह आपक े िदमा.ग से देखा जा
सकता है । . यादातर लोग िसफ़ इसिलए अमीर नह बन पाते य िक उ ह यह जानने क े िलए
फ़ायन िशयल िश ण ही नह िमला होता िक वे अपने सामने पड़े ह ए अवसर को देख सक और
उ ह पहचान सक ।
मुझसे अ सर पूछा जाता है, '' म शु आत क ै से क ँ ? ''
िपछले अ याय म , म ने आिथ क वतं ता क राह पर चलने वाले दस क़दम का उ लेख
िकया है । परंतु यह हमेशा याद रख िक आपको मज़ा आना चािहए । यह क े वल एक खेल है । कई
बार आप जीत जाते ह और कई बार आपको अनुभव िमलता है । परंतु हमेशा आनंद ल । . यादातर
लोग कभी नह जीत पाते य िक उ ह हार का डर लगा रहता है । इसीिलए मुझे क ू ल
मूख तापूण लगता है । क ू ल म हम सीखते ह िक .गलितयाँ बुरी बात होती ह और ग़लितय करने
क े िलए हम सज़ा भी दी जाती है । परंतु अगर हम इंसान क सीखने क ि या पर नज़र डाल
तो हम पाएँगे िक इंसान ग़लितयाँ करक े ही सीखते ह । हम िगर-िगरकर ही चलना सीख पाते ह
। अगर हम कभी नह िगर तो हम कभी चल भी नह पाएँगे । यही मोटरसाइकल चलाने क े बारे म
भी सही है । मेरे घुटन पर अब भी चोट क े िनशान ह , परंतु आज म िबना सोचे मोटरसाइकल चला
सकता ह ँ । यही अमीर बनने क े बारे म भी सही है । दुभा य से . यादातर लोग क े अमीर न बन
पाने का मु य कारण यह है िक वे हारने से डरते ह । जीतने वाले हारने से नह डरते ह । परंतु
हारने वाले डरते ह । सफलता क ि या का एक भाग असफलता भी है । जो लोग असफलता से
बचते ह , सफलता उनसे बचती है ।
म पैसे कमाने को टेिनस क े खेल क तरह मानता ह ँ । म मेहनत से खेलता ह ँ ग़लितयाँ
करता ह ँ ग़लितयाँ सुधारता ह ँ, और यादा ग़लितयाँ करता ह ँ सुधारता ह ँ और इस तरह से मेरा
खेल सुधरता जाता है । अगर म खेल म हार जाता ह ँ तो म नेट क े पास जाकर अपने िवरोधी से
हाथ िमलाता ह ँ मु कराता ह ँ और कहता ह ँ '' अगले शिनवार को िमल गे । '
िनवेशक दो तरह क े होते ह :
1. पहले और सबसे आम तरह क े िनवेशक वे लोग होते ह जो एक पैक े ज म िनवेश करते ह
। वे रटेल आउटलेट म फोन करते ह जैसे एक रयल ए टेट कं पनी या टॉक ोकर या
फ़ायन िशयल लानर को और िफर वे क ु छ ख़रीदते ह । यह एक यूचुअल फं ड, आर .ई
.आई .टी., टॉक या बॉ ड हो सकता है । यह िनवेश का एक अ छा साफ़-सुथरा और