Page 174 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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जो लोग पैसे क आजादी ढूँढ रहे ह उनक े िलए रयल ए टेट िनवेश का एक दमदार तरीका
है । यह िनवेश का एक अद् भुत तरीका है । परंतु जब भी म रयल ए टेट का िज करता ह ँ तो
मुझे यह सुनने को िमलता है ''म टॉयलेट नह सुधारना चाहता । '' इसी को पीटर िलंच ' शोर '
कहते ह । इसी को मेरे अमीर डैडी शंकालु लोग क े बहाने कहते थे । ऐसे लोग जो क े वल
आलोचना करते ह िव ेषण नह करते । ऐसे लोग िजनक े िदमाग पर उनक शंकाओं और डर
का पदा पड़ जाता है वे अपनी ◌ाँख नह खोलते ।
तो जब कोई कहता है ''म टॉयलेट नह सुधारना चाहता '' तो म जवाब देता ह ँ '' आपको
ऐसा य लगता है िक म यह करना चाहता ह ँ? '' वे यह कह रहे ह िक जो उ ह चािहए टॉयलेट
उससे यादा मह वपूण है । म चूहा दौड़n से बाहर िनकलने क आजादी क े बारे म बात करता ह ँ
और उनका पूरा यान टॉयलेट पर लगा रहता है । इसी तरह क े िवचार यादातर लोग को गरीब
बनाए रखते ह । वे िव ेषण करने क े बजाय आलोचना करते रहते ह ।
'' ' म नह करना चाहता ' आपक सफलता क क ुं जी को अपने अंदर समाए रहते ह ''
अमीर डैडी का कहना था ।
चूँिक म भी टॉयलेट ठीक करने म यादा िच नह रखता इसिलए म एक ॉपट मैनेजर
क तलाश कर लेता ह ँ जो टॉयलेट ठीक करने का यान रखता है । घर या अपाट म ट् स को
चलाने क े िलए एक बिढ़या ॉपट मैनेजर को ढूँढने क े बाद मेरा क ै श तो बढ़ जाता है । परंतु
इससे भी यादा मह वपूण यह है िक एक बिढ़या ॉपट मैनेजर मुझे और यादा रयल ए टेट
खुरीदने का मौका देता है य िक मुझे टॉयलेट का यान नह रखना पड़ेगा । एक बिढ़या ॉपट
मैनेजर रयल ए टेट म सफलता क क ुं जी है । मेरे िलए रयल ए टेट से भी यादा मह वपूण है
एक अ छा मैनेजर खोजना । ाय : िकसी बिढ़या ॉपट मैनेजर को अ छे सौद क े बारे म पहले
से पता चल जाता है जबिक रयल ए टेट एज ट् स को बाद म पता चलता है िजसक े कारण वे और
भी यादा मू यवान हो जाते ह ।
'' म नह करना चाहता '' को सफलता क क ुं जी कहने क े पीछे अमीर डैडी का यही मतलब
था । चूँिक म भी टॉयलेट ठीक नह करना चाहता इसिलए म ने यह िवचार िकया िक िकस तरह
यादा रयल ए टेट खुरीदी जाए और चूहा दौड़ से बाहर िनकलने क ि या तेज क जाए । जो
लोग यह कहना जारी रखते ह '' म टॉयलेट नह सुधारना चाहता । '' वे अ सर इस सश िनवेश
मा यम से खुद को वंिचत रखते ह । उनक े िलए टॉयलेट उनक आजादी से यादा मह वपूण होता
है ।
टॉक माक ट म म अ सर लोग को यह कहते ह ए सुनता ह ँ '' म अपना पैसा नह गँवाना
चाहता । '' उ ह ऐसा य लगता है िक म या कोई और यि पैसा गँवाना पसंद करता है? वे
िसफ इसिलए पैसे नह बना पाते य िक वे पैसा गँवाने क े िलए तैयार नह होते । िव ेषण करने
क े बजाय वे एक और सश िनवेश क े मा यम यानी टॉक माक ट क तरफ से अपने िदमाग को
बंद कर लेते ह ।
िदसंबर 1996 म म अपने िम क े साथ नजदीक गैस टेशन क े पास से गुजर रहा था ।