Page 177 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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पड़े ह  । उन िबगड़े ह ए ब च  को मुँहमाँगी चीज़ िमल जाती है । उस पड़ोसी क े  श द ह  ''म  नह

               चाहता िक उ ह  िकसी चीज़ क  कमी हो । '' उसने उनक े  कॉलेज क े  िलए या अपने  रटायरम ट क े
               िलए क ु छ भी अलग से बचाकर नह  रखा है परंतु उसक े  ब च  को हर िखलौना िमल जाता है ।
               उसे डाक म  एक नया   े िडट काड  िमला और वह अपने ब च  को घुमाने क े  िलए लास वेगास ले
               गया । '' म  यह अपने ब च  क े  िलए कर रहा ह ँ '' यह उसक े  महान बिलदान क े  श द थे ।

                     अमीर डैडी इस वा य से िचढ़ते थे, ''म  इसे नह  ख़रीद सकता । ''

                     मेरे असली घर म  मुझे यही वा य अ सर सुनने को िमल जाता था । इसक े  बजाय, अमीर
               डैडी चाहते थे िक उनक े  ब चे यह कह , ''म  इसे िकस तरह ख़रीद सकता ह ँ? '' उनका तक    था
               िक ''म  इसे नह  ख़रीद सकता '' इस वा य से आप अपने िदमाग का दरवाज़ा बंद कर लेते ह  ।

               इसे अब और  यादा सोचने क  ज़ रत नह  होती । '' म  इसे िकस तरह ख़रीद सकता ह ँ? '' वा य
               से आपक े  िदमाग़ क े  दरवाजे खुल जाते ह  । इससे यह सोचने पर मजबूर होता है और जवाब ढूँढ़ता
               है ।

                     परंतु सबसे मह वपूण  बात तो यह है िक '' म  इसे नह  ख़रीद सकता '' यह वा य झूठा होता
               है । और इंसान क  आ मा यह बात जानती है । '' इंसान क  आ मा बह त ताक़तवर होती है ''
               उनका कहना था । '' यह जानती है िक यह क ु छ भी कर सकती है । जब एक आलसी िदमाग़
               कहता है िक ' म  इसे नह  ख़रीद सकता तो आपक े  भीतर एक यु  िछड़ जाता है । आपक  आ मा

               ग़ु सा हो जाती है और आपक े  आलसी िदमाग़ को अपने झूठ पर अड़े रहना पड़ता है । आ मा
               चीख़ती है ' चलो भी । हम िजम चलकर कसरत करते ह  । ' और आलसी िदमाग़ कहता है ' परंतु
               म  थका ह आ ह ँ । आज म ने सचमुच बह त काम िकया है । ' या इंसान क  आ मा कहती है, “ म
               ग़रीबी से थक गई ह ँ । चलो इस दलदल से िनकलते ह  और अमीर बनते ह  । ' इस पर आलसी
               िदमाग़ कहता है ' अमीर लोग लालची होते ह  । इसक े  अलावा इसम  झंझट और तकलीफ़ बह त ह  ।
               यह सुरि त नह  है । मेरा पैसा डूब सकता है । वैसे भी म  बह त मेहनत कर रहा ह ँ । मेरे पास पहले

               से ही बह त काम है । देखो आज रात को ही मुझे िकतना काम करना पड़ेगा। मेरा बॉस कह रहा
               था िक यह काम सुबह तक पूरा हो जाना चािहए।’ ”

                     “म  इसे नह  ख़रीद सकता,” यह वा य दुख से भरा है। इससे लाचारी क  भावना आती है
               िजससे िनराशा और इसक े  बाद अवसाद पैदा हो जाता है। इसक े  िलए एक और श द है
               “उदासीनता।” “म  इसे िकस तरह ख़रीद सकता ह ँ?” वा य से संभावनाओं, रोमांच और सपन
               क  दुिनया खुल जाती है। इसिलए मेरे अमीर डैडी इस बात से  यादा िचंितत नह  होते थे िक आप

                या ख़रीदना चाहते ह , परंतु वे यह जानते थे िक “म  इसे िकस तरह ख़रीद सकता ह ँ?” वा य
               से एक  यादा मज़बूत िदमाग और एक  यादा  गितशील आ मा का िनमा ण होता है।

                     इसिलए, उ ह ने माइक या मुझे शायद ही कभी क ु छ िदया हो। इसक े  बजाय वे हमसे कहते
               थे, “तुम इसे िकस तरह ख़रीद सकते हो?” और यह हमारे कॉलेज क े  बारे म  भी सही था, िजसे
               हमने अपने ख़च  से पूरा िकया है। वे हम  ल य को हािसल करना नह  िसखा रहे थे, वे तो हम
               ल य को हािसल करने क   ि या का  ान दे रहे थे।
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