Page 40 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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िसखाएँगे । इसक े बजाय आप तो मुझ पर अ याचार करना चाहते ह ? यह तो ज़ु म है । सरासर
ज़ु म । ''
'' म तु ह िसखा तो रहा ह ँ '' अमीर डैडी ने धीमी आवाज म कहा ।
'' आपने मुझे या िसखाया है? क ु छ भी नह ! '' म ने गु से से कहा । ''एक बार म चंद
िस क म काम करने क े िलए तैयार हो गया, उसक े बाद तो आपने मुझसे बात तक नह क ।
दस स ट ित घंटे । म आपक िशकायत सरकार से क ँ गा । हमारे देश म भी बाल म क़ानून है ।
आप तो जानते ही ह िक मेरे डैडी सरकार क े िलए काम करते ह । ''
'' शाबाश! '' अमीर डैडी ने कहा । '' अब तुम उन . यादातर लोग क भाषा बोल रहे हो जो
कभी मेरे िलए काम करते थे । वे लोग िज ह या तो म ने नौकरी से िनकाल िदया है या िज ह ने
ख़ुद मेरी नौकरी छोड़ दी है । ''
''तो इस बारे म आपको या कहना है? '' म ने पूछा, और मुझे यह लग रहा था िक कम उ
क े बावजूद म बहादुरी से बात कर रहा था । '' आपने मुझसे झूठ बोला । म ने आपक े िलए काम
िकया और आपने अपना वादा पूरा नह िकया । आपने मुझे क ु छ भी नह िसखाया । ''
''कौन कहता है िक म ने तु ह क ु छ नह िसखाया है? '' मेरे अमीर डैडी ने शांित से कहा ।
''म ने तीन ह ते तक काम िकया और इस बीच आपने िसखाना तो दूर रहा, मुझसे कभी
बात तक नह क । '' म ने यं य भरे अंदाज म कहा ।
'' या िसखाने का मतलब क े वल भाषण या बातचीत ही होता है? '' अमीर डैडी ने पूछा ।
'' और या? '' म ने जवाब िदया ।
''इस तरह से वे तु ह क ू ल म िसखाते ह '' उ ह ने मु कराकर कहा । '' परंतु िजंदगी तु ह
इस तरह नह िसखाती और मेरा यह मानना है िक िजंदगी सबसे बिढ़या टीचर होती है ।
यादातर वक ् िज़ंदगी आपसे बात नह करती ।
यह एक तरह से आपको ध का देती है । हर ध क े क े ज रए िज़ंदगी आपसे कहती है, '
‘जाग जाओ । म तु ह क ु छ िसखाना चाहती ह ँ । ' '' '' यह आदमी क ै सी बेिसरपैर क बात कर रहा
है? '' म ने अपने आप से पूछा । ''िजंदगी अगर मुझे ध का देती है तो इसका मतलब यह है िक
िज़ंदगी मुझसे बात करती है? '' अब म जान चुका था िक मुझे यह काम त काल छोड़ देना चािहए
। म िकसी ऐसे आदमी से बात कर रहा था जो पागल था और िजसे ताले म बंद रखने क ज रत
थी ।
'' अगर तुम िज़ंदगी क े सबक सीखते हो तो इससे तु ह बह त फ़ायदा होगा । अगर तुम ऐसा
नह करते हो, तो िज़ंदगी तु ह लगातार ध क े देती रहेगी । लोग दो चीज़ करते ह । क ु छ लोग
िज़ंदगी क े ध क को सहन करते चले जाते ह । बाक लोग ग़ु सा हो जाते ह और को िज़ंदगी
ध का दे देते ह । परंतु वे ध का देते ह अपने बॉस को, अपने काम को, अपनी प नी या पित को ।
वे यह नह जानते िक िज़ंदगी उ ह ध का दे रही है । ''