Page 44 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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ख़ुशी करते रहते तो म  तुमसे साफ़ कह देता िक म  तु ह  नह  िसखा सकता। यह जान लो िक

               स ची िश ा म  ऊजा ,  बल भावना और ज़बद  त इ छा क  ज़ रत होती है। ग़ु से उस फ़ॉमू ले का
               एक बह त बड़ा िह सा है,  य िक  बल भावना म  ग़ु से और  ेम का सम वय होता है। जब पैसे
               क  बात आती है, तो  यादातर लोग सुरि त रा ता खोजते ह । इसिलए  बल भावना उ ह  राह
               नह  िदखा पाती। उ ह  राह िदखाता है उनका डर।”

                     “तो  या इसीिलए वे कम तन वाह पर काम करने क े  िलए राज़ी हो जाते ह ?” म ने पूछा।

                     “हाँ,” अमीर डैडी ने कहा। “क ु छ लोग कहते ह  िक म  लोग  का शोषण करता ह ँ  य िक म
               उ ह  उतनी तन वाह नह  देता िजतनी उ ह  अगर  लांटेशन या सरकार क  तरफ़ से िमलती है।
               म  यही कहना चाहता ह ँ िक लोग ख़ुद अपना शोषण करते ह । डरते वे ह , म  नह ।”


                     “पर  या आपको नह  लगता िक आपको उ ह   यादा तन वाह देनी चािहए?” म ने पूछा।

                     “मुझे  यादा देने क  ज़ रत ही नह  है। और इसक े  अलावा,  यादा पैसा िमलने से उनक
               सम या नह  सुलझेगी। अपने डैडी को ही देख लो। वे बह त सा पैसा कमाते ह  और िफर भी वे
               अपने िबल  का भुगतान नह  कर पाते। दुिनया म  ऐसे बह त से लोग ह  िज ह  अगर  यादा पैसा
               िमल जाए तो वे  यादा क़ज़  म  डूब जाएँगे।”

                     “तो इसी कारण आपने मुझे 10 स ट  ित घंटे क  तन वाह दी,” म ने मु कराते ह ए कहा।
               “यह सबक़ का िह सा था।”


                     “िबलक ु ल सही,” अमीर डैडी ने मु कराकर कहा। “देखो तु हारे डैडी  क ू ल गए और
               उ ह ने बह त बिढ़या िश ा इसिलए हािसल क  तािक उ ह  अ छी तन वाह वाली नौकरी िमल
               सक े । जो उ ह  िमल गई। परंतु उनक े  पास आज भी पैसे क  तंगी है। ऐसा इसिलए है  य िक
               उ ह ने  क ू ल म  पैसे क े  बारे म  क ु छ भी नह  सीखा। और सबसे बड़ी बात यह है िक वे पैसे क े
               िलए काम करने म  भरोसा करते ह ।”

                     “और आप नह  करते?” म ने पूछा।

                     “नह , सच पूछा जाए तो नह ,” अमीर डैडी ने कहा। “अगर तुम पैसे क े  िलए काम करना
               सीखना चाहते हो, तो  क ू ल म  ही रहो। यह सीखने क े  िलए उससे बिढ़या जगह कोई नह  है।
               परंतु अगर तुम यह सीखना चाहते हो िक पैसा तु हारे िलए िकस तरह काम करे, तो यह म  तु ह

               िसखा सकता ह ँ। परंतु तभी, जब तुम यह सीखना चाहो।”

                     “ या हर कोई यह नह  सीखना चाहता?” म ने पूछा।

                     “नह ,” अमीर डैडी ने कहा। “िसफ़    इसिलए  य िक पैसे क े  िलए काम करना  यादा
               आसान है, ख़ासकर तब जब पैसे क े  बारे म  आपक  मूल भावना डर हो।”

                     “म  समझ नह  पाया,” म ने  यौ रयाँ चढ़ाकर कहा।

                     “उसक  िचंता िफ़लहाल मत करो। अभी इतना ही समझ लो िक डर क े  कारण ही  यादातर
               लोग अपनी नौकरी कर रहे ह । अपने िबल  का भुगतान न कर पाने का डर। नौकरी से िनकाल
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