Page 48 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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अमीर डैडी ने एक बार िफर अपनी उँगली को िसर पर रखा और कहा, “इसका इ तेमाल
करो। अब यहाँ से जाओ और अपने काम म जुट जाओ।”
सबक़ 1: अमीर लोग पैसे क े िलए काम नह करते
म ने अपने ग़रीब डैडी को यह नह बताया िक अब म मु त म काम कर रहा ह ँ। उ ह यह समझ म
नह आता। म उ ह इसक वजह ठीक से इसिलए नह समझा सकता था, य िक म ख़ुद भी इसे
ठीक से नह समझ पाया था।
अगले तीन ह ते, माइक और म तीन घंटे तक हर शिनवार को काम करते रहे, मु त म ।
काम बह त परेशानी वाला नह था और व त गुज़रने क े साथ-साथ यह यादा आसान होता जा
रहा था। मुझे अफ़सोस था तो अपने छ ू टे ह ए बेसबॉल गे स और कॉिम स का। अब म उनका मज़ा
नह ले सकता था।
तीसरे ह ते दोपहर म अमीर डैडी आए। हमने उनक े क क े पािक ग म आने क आवाज़
सुनी। वे टोर म घुसे और उ ह ने िमसेज़ मािट न को गले लगाकर अिभवादन िकया। टोर म या
चल रहा है, यह जानने क े बाद वे आइस म ज़र क े पास गए, उसम से दो आइस म
िनकाल , उनका दाम चुकाया और इसक े बाद मेरी और माइक क तरफ़ इशारा करक े कहा,
''चलो घूमने चलते ह ।''
हम सड़क क े पार गए, क ु छ कार को चकमा िदया और एक बड़े घास क े मैदान म टहलने
लगे, जहाँ क ु छ वय क संगठन सॉ टबॉल खेल रहे थे। दूर क िपकिनक टेबल पर बैठकर उ ह ने
माइक और मुझे आइस म दी।
“क ै सा चल रहा है?”
“बिढ़या,” माइक ने कहा।
म ने सहमित म िसर िहलाया।
“क ु छ और सीखा?” अमीर डैडी ने पूछा।
माइक और म ने एक-दूसरे क तरफ़ देखा अपने कं धे उचकाए और अपने िसर को ‘ना’ म
एक साथ िहलाया।
िज़ंदगी क े सबसे बड़े जाल से बचना
“अ छा यह होगा िक तुम बचपन से ही यह सोचना शु कर दो। तुम अब िज़ंदगी क े सबसे बड़े
सबक़ को देख रहे हो। अगर तुम इस सबक़ को सीख लेते हो, तो तुम बह त यादा आज़ादी और
सुर ा भरी िज़ंदगी का सुख ले सकते हो। अगर तुम यह सबक़ नह सीख पाते हो, तो तुम भी
िमसेज़ मािट न और इस पाक म खेल रहे यादातर लोग क तरह ही बन जाओगे। वे बह त यादा
मेहनत करते ह , परंतु उसक े बदले म उ ह बह त कम पैसे िमलते ह । वे नौकरी क सुर ा क े मोह
म फ ँ से रहते ह । हर साल िमलने वाली तीन ह ते क छ ु य और प तालीस साल तक काम करते