Page 51 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
P. 51

उ मीद करता ह ँ। इसी कारण म ने तु ह  पैसे देना बंद कर िदया है।”

                     “इस बारे म  कोई संक े त तो दीिजए।” माइक ने कहा। “हम लोग मेहनत से काम करते-

               करते थक चुक े  ह , ख़ासकर तब जब इसक े  बदले म  हम  क ु छ नह  िमल रहा है।”

                     “पहला क़दम तो यह िक तुम लोग सच बोलो,” अमीर डैडी ने कहा।

                     “हम लोग झूठ नह  बोल रहे ह ,” म ने कहा।

                     “म ने कब कहा िक तुम लोग झूठ बोल रहे हो? म  तो यह कह रहा ह ँ िक स ची बात कह
               देनी चािहए,” अमीर डैडी ने जवाब िदया।

                     “िकस बारे म ?” म ने पूछा। “इस बारे म  िक तुम लोग  को क ै सा लग रहा है,” अमीर डैडी ने
               कहा। “तु ह  यह िकसी और से कहने क  ज़ रत नह  है। िसफ़    अपने आप से सच बोलो।”

                     “आपक े  कहने का मतलब यह है िक इस पाक    म  मौजूद लोग, आपक े  िलए काम करने

               वाले लोग, िमसेज़ मािट न, यह सब लोग ऐसा नह  करते।”

                     “मुझे ऐसा ही लगता है,” अमीर डैडी ने कहा। “इसक े  बजाय, उ ह  हमेशा पैसा नह  होने
               का डर सताता रहता है। उस डर का सामना करने क े  बजाय, सोचने क े  बजाय ये लोग िसफ़
                िति या करते रहते ह । इस दौरान वे िदल से काम लेते ह , िदमाग़ से नह ।'' अमीर डैडी ने अपने
               िसर पर उँगली ठोकते ह ए कहा। ''िफर, उनक े  हाथ म  क ु छ पैसे आ जाते ह  और उनम  ख़ुशी, इ छा
               और लालच क  भावनाएँ जाग जाती ह । और एक बार िफर वे िदमाग़ से सोचने क े  बजाय िदल से
               काम करने लगते ह ।''


                     ''तो वे िदल से, यानी अपनी भावनाओं से सोचते ह ,'' माइक ने कहा।

                     ''िबलक ु ल ठीक,'' अमीर डैडी ने कहा। ''वे इस बारे म  सच नह  बताते िक उ ह  क ै सा लग
               रहा है। वे अपनी भावना से काम करते ह  और िदमाग़ से सोचने का क  नह  उठाते। उ ह  डर
               लगता है, वे नौकरी करने जाते ह  और आशा करते ह  िक  यादा पैसे आने से उनका डर दूर हो
               जाएगा। परंतु ऐसा नह  होता है। वही पुराना डर उ ह  िफर से सताने लगता है। वे िफर से नौकरी
               करने जाते ह  और िफर आशा करते ह  िक पैसा उनक े  डर को कम कर देगा परंतु ऐसा नह  होता।
               डर क े  ही कारण वे नौकरी क े  जाल म  फ ँ से रहते ह , पैसा कमाते ह , काम करते ह , पैसा कमाते ह

               और आशा करते ह  िक डर से उनका पीछा छ ू ट जाएगा। परंतु हर रोज़ जब वे उठते ह , तो उनका
               पुराना डर भी उनक े  साथ उठता है। वही पुराना डर करोड़  लोग  को रात भर जगाता है और
               उनक  रात बह त िचंता और परेशानी म  गुज़रती है। इसिलए वे उठते ह , काम पर जाते ह  और यह
               आशा करते ह  िक तन वाह क े  चेक से उनक े  िदल को क ु तरने वाले इस डर को वे मौत क े  घाट
               उतार द गे। सच बात तो यह है िक पैसा उनक  िज़ंदगी को चला रहा है परंतु वे इस बारे म  कभी
               सच नह  बोलते ह । पैसे ने उनक  भावनाओं पर क़ ज़ा कर िलया है और उनक  आ माओं पर भी।''

                     यह कहकर अमीर डैडी ख़ामोश हो गए तािक उनक े  श द  म  छ ु पा संदेश हमारे अंदर चला

               जाए। माइक और म ने उनक  बात  सुनी थ , परंतु हम उनका मतलब पूरी तरह नह  समझ पाए थे।
               मुझे अ सर यह हैरानी होती थी िक लोग  को ऑिफ़स जाने क  इतनी ज दी  य  होती है। उ ह
   46   47   48   49   50   51   52   53   54   55   56