Page 12 - Smart Book 2
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दोनों ने वऩॊजया कपय से नदी भें रगा ददमा.
सभम फीता, औय सभम फीता, कपय औय सभम
फीता. आखर्यकाय उन्होंने भछलरमों के क ू दने का
आवाज़ सुनी.
अिानक स्वूऩ...स्वूऩ...स्वूऩ! नदी भें सैंकड़ों
अऩोऩोकककक भछलरमाॉ उछर-उछर कय ऩानी से
फाहय आ यही थीॊ औय कपय ऩानी भें डुफकी रगा
यही थीॊ-सफ नदी की ऊऩयी ददशा भें जा यही थीॊ.
एनाॊसी उछर कय र्ड़ा हो गमा औय धिल्रामा,
“वऩॊजये भें जाओ! वऩॊजये के अॊदय!”
“एक भगयभच्छ इनका ऩीछा कय यहा है!” फोंसू
धिल्रामा.