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कोलकाता: एक शहर क ु छ अपना सा







                            असभजवी् जाना,
                                    े
                            वरिष्ठ लखापिीक्ा अधिकािी
                                              े
                                                 े
             कोलकाता  र्हर  को  करीब  स  िािि  क  पूव्ष
                                        े
                                      ै
         इसका इनतहास िाििा िरूरी ह। कोलकाता र्हर
                                              ें
                                                     े
         की  सथापिा  और  कोलकाता  को  ही  कद्र  करक
                         े
         पब्दटर् साम्राजय क पति का मुखय कारण दहिनल
         का युद्ध और पलासी का युद्ध हुआ था। सि ्  1640
                  े
                              े
                             ं
                                 े
         ई. म अंग्रज उद्योग-िि क उद्शय स बंगाल आए
                                           े
                                     े
              ें
           ें
         थ। दिलली क सुलताि को उपहार और बंगाल क
                     े
                                                     े
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                                       े
         िवाब को  इिाम  िकर  अंग्रजों  ि  अपि  वाजणजय     हाव़िा णब्ज
                                                ं
                                    ं
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                                                    ु
         क नलए उिस अिक सुपविाए प्राप्त की थी। कछ
                      े
                                                                                 ें
                                                                               े
                                                        बागाि, तालाब हुआ करत थ। महामदहम कोलकाता
         समय पचिात ्  ईसट इदरया कमपिी क प्रर्ासक िॉब
                           ं
                                         े
                                                                                     े
                                                                                         े
                                                                        े
                                                                                 ें
                                                                                           े
                                                        उचि नयायलय ि 2003 म आिर् ित समय कहा
         िाि्षक को समझ आया दक लगातार ररवित िकर
                                                   े
                                                        दक भल ही सभी िाि्षक को कोलकाता का संसथापक
                                                               े
                        े
         और िापलूसी स मुगलों को बाधय करिा असंभव
                                                                ैं
                                                                   े
                                                                                   े
                                                             े
                                                        माित  ह  लदकि  मूल  रूप  स  वह  कोलकाता  का
                         े
                                                      े
                                       े
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         ह। अब अंग्रजों क पास मुगलों क साथ युद्ध करि
          ै
                                                        संसथापक िही ह। उचि नयायलय का यह माििा
                                                                     ं
                                                                       ै
          े
         क अलावा िूसरा कोई उपाय िही बिा था। अंग्रजों
                                      ं
                                                   े
                                                                                                  े
                                                        था दक कोलकाता का अजसततव मौय्ष काल स ही
           े
                   े
                            े
                                           े
         ि बंगाल क िवाब क साथ युद्ध करक हुगली को
                                                        था। मुगल, पुत्षगाली, फारसी, ईसट इदरया कपिी
                                                                                          ं
                                                                                                 ं
                                               े
         तहस-िहस कर दिया था। परनतु िाि्षक ि महसूस
                                                               ु
                                                          े
                                                        ि आिनिक कोलकाता र्हर की सथापिा की थी।
                                   े
         दकया दक इस तरह युद्ध करक हुगली म बहुत दििों
                                            ें
                                                            सि ्  1756 ई. म नसराििौला ि इस र्हर म
                                                                                         े
                                                                                                     ें
                                                                                  ु
                                                                           ें
         तक वयवसाय करिा संभव िही था। 20 दिसंबर,
                                      ं
                                                        आक्रमण  कर  उसक  िुग्ष  पर  अनिकार  कर  नलया
                                                                         े
                                   े
         1686 को िाि्षक वाजणजय क नलए िए सथाि की
                                                        था। सि ्  1757 ई. म रॉब्षर कलाइव ि नसराििौला
                                                                                          े
                                                                                                 ु
                                                                           ें
                                                      े
                                               े
                 ें
         तलार् म निकल पड और भागीरथी ििी क दकिार
                           े
                                                        क  साथ  युद्ध  करक  उस  पराजित  दकया  और  इस
                                                                         े
                                                         े
                                                                              े
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                        ँ
                                  े
         बस सुतािटी गाव आ पहुँि। उस समय सुतािटी
                                                        र्हर पर पविय प्राप्त की थी। उस समय र्हर की
                         ें
                                                ें
         की सीमा उत्तर म बागबािार खाल, पूव्ष म लवि
                                                        पररजसथनत  बहुत  असत-वयसत  थी।  कॉलरा,  काला
                                                                                             े
                                                      ें
         हि (सालटलक), पजचिम म भागीरथी एवं िजक्ण म
                    े
                                ें
          ्ष
                                                                   े
                                                                                     ं
                                                        जवर एवं ििक िैसी पबमाररया िारों तरफ वयाप्त
         पुरािी टकसाल तक थी। इसक अलावा िजक्ण म
                                    े
                                                      ें
                                                        थी। निदकतसीय सुपविाओ की भी वयवसथा िही थी।
                                                                               ं
                                                          ं
                                                                                                 ं
              े
         एक क बाि एक कोलकाता और गोपवनिपुर िामक
                                                        एक अिालत थी, परतु एक भी कारागार िही था।
                                                                                                 ं
                                                                           ं
              ँ
                  े
                                                     े
         िो गाव थ। िाि्षक का माििा था दक वयवसाय क
                                                                            ें
                                                        िोरों को सिा हावडा म तडीपार करक िी िाती थी।
                                                                                        े
                                           ै
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         नलए सुतािटी ही सबस उत्तम सथाि ह।
                                                                                  ें
                                                                                        े
                                                               े
                                                            अंग्रि  िब  कोलकाता  म  अपि  वयवसाय  की
                                 ं
             सि ्  1618 ई. म ईसट इदरया कपिी ि सथािीय
                                        ं
                           ें
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                                                                                              े
                                                                         ें
                                                                                                    ्ष
                                                        र्ुरूआत कर रह थ, ठीक उसी समय उिक संपक
         िमीिार सुव्षण रॉय िौिरी स 16 हजार रूपए म
                                    े
                                                      ें
             ं
                                                                                                     े
                                                        म काय्ष करि वाल लोग रातों-रात ििी हो िात
                                                          ें
                                                                         े
                                                                     े
                                                  ं
         सुतािटी, कोलकाता और गोपवनिपुर की िमीिारी
                                                        थ। दफर य लोग अपिा एक संप्रिाय बिात थ और
                                                                                                े
                                                                                              े
                                                                  े
                                                          े
                                           ें
                                                      ें
         खरीि ली थी। उस समय कोलकता म बडी इमारत
                                                                                       े
                                                        इिको उस समय "बाबू समाि" क िाम स िािा
                                                                                               े
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         और घर बहुत कम थ। वहा नसफ िाि क खत,
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                                                    े
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