Page 28 - Darshika 2020
P. 28
चलना हमारा काम ह
ै
मैं पूणषता की खोज म
ें
दर-दर भटकता ह रहा
े
प्रत्यक पग पर क ु छ न क ु छ
रोड़ा अटकाता ह रहा
तनरार्ा टयों मुझे?
ै
जीवन हमारा काम ह
ें
े
साथ म चलते रह
े
क ु छ बीच ह स कफर गए
गतत न जीवन की रुकी
जो धगर गए सो धगर गए
रह हर दम
े
ै
उसी की सफलता अभभराम ह
चलना हमारा काम ह
ै
फकत यह जानता
जो भमट गया वह जी गया
ें
ं
मूदकर पलक सहज
दो घूाँट हाँसकर पी गया
सुिा-भमधित गरल
ै
वह साककया का जाम ह
ै
चलना हमारा काम ह।
----------------------
28