Page 29 - Darshika 2020
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पहाड़ों क़ी रानी ऊटी
- हररका सन्नर्ेट्टी, कार्शक्रम ननष्पादक
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पहाड़ों की रानी ऊट - नीलधगर श्जले की राजिानी ह, इसे उिगमंडलम क नाम से भी जाना जाता ह।
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नीलधगर का अथष ह- नीला पहाड़, र्ायद हर-भर पहाड़ों क कारण इस यह नाम हदया गया ह। यह समुद्र
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तल से 2240 मीटर की ऊचाई पर ह।
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जब आप कल्लार स क ु नूर जाते ह तो आपको रास्ते म पेड़-पौिों म तथा मौसम म आश्चयषजनक बदलाव
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दखने को भमलता ह। आपको कल्लार म गरम मौसम भमलेगा तो उससे आगे गरमी हल्की होती चल
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जाती ह। क ु नूर क पास चीड़, नील गोंद व साइप्रस वृक्षों क कारण जलवायु म नमी महसूस होती ह।
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जैस ह ऊट स गुडलूर की तरफ बढ़ते ह तो वनस्पततयों को दखकर आपक मन म हर्ष की हहलोर उठने
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लगती ह। यह ह प्रक ृ तत क साश्न्नध्य का आनंद! जलवायु और वनस्पतत भमलकर एक खूबसूरत मजर पेर्
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करते ह। यहां क चाय बागानों ने बहत ख्यातत पाई ह। यहां हर वर्ष चाय और पयषटन उत्सव म भार
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संख्या म लोग र्ाभमल होते ह।
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दोदाबेर्टटा भर्खर: यह 2623 मीटर की ऊचाई पर ह। यह श्जले का सबसे ऊचा स्थान ह, यहां से आप ऊट
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क आसपास क क्षेि का खूबसूरत नजारा दख सकते ह। यह ऊट स कवल 10 ककलोमीटर दूर ह।
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ऊट झील : यहां नौका ववहार कीश्जए। यहां का मनोरम नजारा दखकर मन को अतीव र्ांतत भमलती ह।
बोटतनकल गाडषन्स : जो लोग प्रक ृ तत प्रेमी ह, हररयाल दखने, घूमने-कफरने क र्ौकीन ह और दुलषभ फनष
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और अन्य पौिे दखना पसंद करते ह, उनक भलए इस उद्यान स बढ़ कर दूसर कोई बेहतर जगह नह ं।
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लगभग 22 हटटयर इलाक म फल हए र्ासकीय वनस्पतत उद्यान 1847 म बनाए गए थे। इनम पौिों और
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वृक्षों की सकड़ों-हजारों प्रजाततयां ह। इनम एक ऐस वृक्ष का भी जीवाश्म ह, श्जसक बार म ववश्वास ककया
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जाता ह कक वह 2 करोड़ वर्ों स भी अधिक पुराना ह। इन खूबसूरत उद्यानों का रखरखाव राज्य क
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बागवानी ववभाग क हाथ म ह।
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नीलधगर क पेड़, नीले पवषतों की पवषतमाला, घनी वनस्पतत, चाय और कॉफी क बगीचे इस र्हर की
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ववर्ेर्ताएं ह, जो बड़ी संख्या म पयषटकों को आकवर्षत करती ह। ऊट र्हर क भीतर तथा र्हर क आस-
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पास भी बहत स दर्षनीय पयषटन स्थल ह। ऊट , चाय हाथ से बनी चॉकलेट, खुर्बूदार और्िीय तेल तथा
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मसालों क भलए प्रभसद्ि ह।
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