Page 29 - Spagyric Therapy Part- 1st (5)
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13. इस थरपी को आजमान क लए कोई परहज या फर लाइफ- टाइल म बदलाव लाना ज री ह या?
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म ज दगी को खलकर जीन क सलाह दता । बस जस दन आप लवर ल ज को आजमा रह ह, उस दन कछ
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परहज कर ल। उसक बाद आपक जो लाइफ- टाइल ह उसी क अनसार, बना कसी रोक-टोक क, मन मता बक
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खाइय। बस समय-समय पर ल ज करत र हए, जसस शरीर म जमा टॉ स स बाहर नकल जाय और शरीर क े
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अग- यग सही ढ़ग स अपना काम करत रह।
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14. मझ और मर लाइफ पाटनर को कई कार क शारीरक सम याएं ह। मन उ ह इस थरपी को आजमान क
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सलाह द , पर त उ ह इस पर भरोसा ही नह होता। म या क ?
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सबस पहल तो आप इस थरपी को खद पर आजमाएं। फर अपना अनभव उ ह बताएं। आपक वा य म आय सखद
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बदलाव को दख यक नन उ ह भी इस आजमान क रणा मलगी।
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15. हमारी कोलोनी म 50 प रवार रहत ह। इनम स लगभग 10 लोग लवर ल ज कर चक ह। या आप यहा ं
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आकर एक वकशॉप रख सकत ह?
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बशक मझ ऐसा करन म खशी होगी।
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16. म आपस नजी तौर पर कस मल सकता ?
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ल जग थरपी- योर योरस फ, यानी अपना इलाज अपन हाथ! ठ क स आजमान क लए आपको मझस मलन क
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ज रत नह । बस ल जग क रए, आपका शरीर अपना इलाज खद-ब-खद कर लगा। य द आपको मझस मशवरा
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लना ही ह तो अपनी सम या क स त जानकारी मझ मसज कर, मझ या मरी ट म को जस ही समय मलगा आप स े
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ज द ही स क कर लग। हमार फसबक पज व हमारी वबसाइट पर दश- वदश क हमार वॉ ल टयस क जानकारी द
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ह। वो आपक मदद कर सकत ह। य वो लोग ह जो लवर ल ज कर चक ह और इसक फायद को दखत ए इस े
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जन-जन तक प चान क अ भयान म लग ए ह।
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17. मन आपको आपक मोबाइल पर कॉ ट ट करन क को शश क थी, परत आप तक प च नह पा रहा ।
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म आप स कस बात कर सकता ?
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म मा चा गा। दरअसल, म एक च क सक पद पर कायरत और अ सर त रहन क वजह स फोन नह उठा
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पाता। फर भी मरी को शश रहती ह क कम स कम मर सहयो गय म स कोई आपका फोन उठा ल और आपक
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शका का समाधान कर।
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18. आप चाहत ह क फसबक पज और वबसाइट पर आपक आ टक स दख और एसएमएस क ज रए अपनी
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शका आप तक प चाऊ। परत मझ इटरनट का इ तमाल नह करना आता। म एसएमएस भी नह कर सकता।
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फर म आपस कस बात कर सकता ह?
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मरा यास ह क म ल जग थरपी को अ धक स अ धक लोग तक प चा सक। इटरनट और मोबाइल जसी
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आध नक तकनीक आज लोग स जड़न का सबस कारगर उपाय ह। इस लए तकनीक तौर पर स म न हो तो भी म
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चा गा क आप अपन प रवार क कसी सद य या पड़ोसी- र तदार क मदद ल। य द यह भी सभव न हो, तो अपन े
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करीबी वॉ ल टयर स सपक कर।
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19. आपक इस थरपी स मझ बहद लाभ आ ह। म और मरा प रवार इसक लए आपका श गजार ह। म
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आपक इस एहसान का बदला कस चका सकता ?
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आपन ‘अपना इलाज अपन हाथ’ कया ह और इसम एहसान वाली कोई बात नह । ल कन, म आपक भावना क क
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करता । आपक आएं ही मझ इस थरपी को यादा स यादा लोग तक प चान क रणा दती ह। लवर ल ज
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करन वाल यादातर लोग को इसक जानकारी ‘वड ऑफ माउथ’ क ज रए ही मलती ह। जो ल जग कर चक ह, वो
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इसका बखान करत ह और सनन वाल इस आजमात ह। आप भी अपन प र चत, म और र तदार को इस े
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आजमान क लए रत कर। आप इस थरपी और उसक अनभव क बार अपन शहर क समाचार प -प का म
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लख, हाटसएप प बनाकर यादा स यादा लोग को इसक जानकारी द। अपन अनभव को शयर और हमार े
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वी डयो का लक फॉरवड कर।