Page 6 - केंद्रीय विद्यालय बड़ोपल ई- पत्रिका
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आइये, हम सभी अनुशावसत होकर, समपवण भाि से समस्त
उपलधध साधनों का मयावदापूिवक उपभोग करते हुए ज्ञानाजवन
ें
का सद्प्प्रयास कर। अपनी ददनचयाव में उवचत आहार , विहार
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और विचार का समािेश करते हुए व्यवक्त क ऱूप में प्रकवत प्रदि
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अनंत संभािनाओं को ज्ञान की पवित्र ऊजाव क आलोक में
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पल्लवित ि पुवष्पत कर।
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हम सभी कष्ण यजिेद क तैत्रीय उपवनषद क इस सूत्र का
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प्रवतददन अपने विद्यालयों में प्रात:कालीन प्रार्वना सभा में
सस्िरपाठ करते हैं:-
ॐ सह नािितु सह नौ भुनक्त, सह िीयवम करिािहै।
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तेजवस्ि नािधीतमस्तु मा विवद्वषािहै,
ॐ शावन्तिः शावन्तिः शावन्तिः।।
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आइये, इस सूत्र में छपे महान संदेश को समझें और अपने जीिन
ें
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में आत्मसात कर अपना वनत्य कमव कर । मैं, गुरुग्राम संभाग क
समस्त प्राचायों, वशक्षकों, विद्यार्णर्यों, अवधकाररयों ि कार्णमकों
को अपनी हार्ददक शुभकामनाएं प्रेवषत करता हाँ और एक सिल
ि सुखद भविष्य की कामना करता हाँ।
सरदार ससह चौहान
उपायुक्त
क े.वि.सं., क्षेत्रीय कायावलय गुरुग्राम
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