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‘नौकर को न hयाह दना बाबुल, हलवाह ‘‘पर मg कौन सा डुगडुगी बजा रहा ह? यह
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बहतेर... नौकर लोग तो घर नह!ं रहते, %न?य तो तुम ह! खाहम{वाह का टSशन ले रह हो 9क
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+दस म डेर, मg तुझे वज रह!...!’ मg ठगी &य' नह!ं कर रहा... यह... वह...’’
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चाय ठडी हो रह! थी। ‘नौकर!-पेशा’ पु6 गुरPवंदर ‘‘पर...’’
और हलवाहा पूत सुखPवंदर पता नह!ं कहां खो गए ‘‘पर-वर क ु छ नह!ं... जो इSसान ईमानदार!
थे। क> कमाई से पेट नह!ं भर सकता तो उसका मरना
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Pवलुyत तो 1दल!प भी रहता था, आदशw क कट!ल ह! बेहतर ह।’’ कह कर 1दल!प ने उसक चेहर क>
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जंगल म... तब ह! तो उस अपने बfच' क> श&ल ओर ताका।
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+`न Uच¾न सी लगन लगी ह। नामालुम कब कौन वह खीझ कर बोला, ‘‘तो जाओ भाड़ म।
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सा +~ खड़ा कर द। &या मांग ल? बात टालन क साले तुJहार! सम या और ह। मg बताऊ, तुJहार
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#लए अगर झूठ बोला तो मरा, सच बोला तो भी 1दमाग म जो ह न, पु#लस का ड2डा...!’’
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मरा। दोबारा +%त +`न कर बैठग, ‘वह &य' पापा?
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उसक {याल' म पु#लस का ड2डा ता2डव
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सामने वाले भार|वाज अंकल तो...?’
करने लगा। उसने {याल झटक 1दया। क ु छ पल
अब बfचे इस बात से तो पKरUचत नह!ं हg 9क थमकर बोला, ‘‘उन औरत' ने कौन-सी ठगी क>
भार|वाज अंकल 9कतने ÁMट हg। उनक> काय थी, िजनक खाल! घड़' पर ला1ठयां बरसी थीं...?
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+णाल! पर 9कसी को 9कसी +कार का कोई 9क ं तु- पीने क पानी क #लए मटका रल! ह! तो %नकाल
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परतु न सह! पर 1दल!प पर फौरन लोग हस पड़ते रह! थीं। %तस पर भी उन पर ड2डे बरसाए गए!’’
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ह... ‘#सWांत भी तो दखो कसे ह... काम ह! पूजा
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ट ू टते घड़े, ट ू ट क> 5बखर रह! चूZडयां,
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और ईमानदार! ह! धम ! अर धम को लेकर &या
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कइय' क #सर और कलाइय' से बहता हआ र&त...
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चाटना ह! 9कसी गंगा घाट पर भी इस चीज को
dह कपाने वाले `य उसक सामने साकार हो उठ।
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कोई नह!ं पूछता।’
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‘पु#लस इतनी बेरहम &य' ह?’ सोचन
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रडी रडापा तो काट ले पर मुसटडे काटने द तब न!
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लगा। यू जैसे एक ड2डा उसक #सर पर भी आ
एक 1दन बलबीर ने कह ह! 1दया था, ‘‘1दल!प,
पड़ा हो।
एक 1दन तुम अव`य हक>कत क> जमीन पर आ
जाओगे।’’ अSततः बलबीर ने बात का %नचोड़ ह!
%नकाल डाला, ‘‘भाइयो, कह!ं यह मgटल ह! न हो
‘‘भाई, मg तो अब भी जमीन पर ह! ह।’’
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जाए! इसक> घरवाल! और बfच' का &या होगा
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‘‘अर कहां! अभी तो तुम हवा से बात कर 9फर? वह बेचार! तो अगर रॉक गाड न म घुस जाए
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रह हो।’’ तो %नकलने का माग भी नह!ं तलाश कर सकती!’’
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‘‘पर यार...!’’ सब LखलLखला कर हस 1दए थे।
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‘‘अर छोड़ो, आजकल ऐसी बात करने वाल'
को लोग प?थर मारते हg।’’
मई – जुलाई 55 लोक ह ता र