Page 33 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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एक-दो jास अपने हाथ> से भी `खला देती थी. जान-बूझ कर पेिQसल खोने का
        बहाना बनाकर उससे पेिQसल मांगने आया करती थी. दोन> का नाम एक ह  है,
        इसVलए उसे मीता कहकर बुलाया करती थी. शायद आजकल क/ लड़8कय> का
        यह एक फै शन ह  बन चुका है 8क qयार के  मज़े लेने के  Vलए, अपना समय
        पास करने के  Vलए वह ऐसा ह  करती हK, अपना कोई न कोई 'बॉय-±C ड' बनाती
        हK, और जब समय आता है एक साथ बंधने के  Vलए तो बड़ी ह  आसानी से वे

        8कनारा भी कर जाती हK.
              दल  क/  असीम  और  प_व*  भावनाओं  के   साथ  8कया  गया  सoचा  और
        Zन?वाथ, qयार सदा ह  बVलदान माँगता है. एक €याग क/ आवiयकता होती है,
        ऐसे प_व* Hेम को अमर बनाने के  Vलए. Hेम क/ खाZतर 8कतन> ने ह  €याग
        8कया है. फरहाद ने शींर  क/ चौखट तक मील> ल[बी नद  खोद  थी. ह र नद
        मC डूब मर  थी. सुकरात ज़हर का qयाला पी गया था. सीता अपने प_व* Hेम क/
        खाZतर धरती मC समा गई थी और जीज़स सार  दुZनया के  Hेम क/ खाZतर सूल
        पर चढ़ गये थे; उसे भी अपने qयार का घर बसाने के  Vलए यह बVलदान देना
        ह  होगा.
             इस  Hकार  से  सोचते  हए  मधुप  ने  पहले  तो  मधुVलका  के   माता-_पता  से
                                ु
        बात क/. उQहC मधुनाथ के  बारे मC अवगत कराया. मधुनाथ से खुद भी Vमला
        और उससे मधुVलका के  Lरiते क/ बात क/. इतना सब क ु छ होने बाद जब बात

        बन गई तो 8फर मधुVलका और मधुनाथ के  _ववाह क/ तैयाLरयां आर[भ हो गई.
        अपनी शाद  मC आने के  Vलए मधुVलका ने उसे भी काड, भेजा था और _ववाह मC
        सि[मVलत होने के  Vलए गुजाLरश भी क/ थी. और आज जब बारात ने चढ़ना
        शु~ 8कया, धूर-गोले अपनी रोशZनय> के  साथ आकाश मC गड़-गड़ाने लगे तो मधु
        से  यह  सब  देखा  नह ं  गया  तो  वह  चुपचाप,  8कसी  को  क ु छ  भी  बताये  बगैर,
        शहर से काफ/ दूर यहाँ बाई-पास के  अके ले एकांत मC आकर एक मील के  प€थर
        पर आकर बैठ गया था. यहाँ बैठे हए उसे वह घटना भी याद आई 8क, िजसने
                                     ु
        उसे मधुVलका को और भी कर ब लाकर खड़ा कर  दया था. कॉलेज के   दन> मC
        जब एक लड़के  ने मधुVलका को छेड़  दया था तो वह उससे हाथा-पाई कर बैठा

        था.  इस  लड़ाई  मC  उसके   हाथ  मC  चोट  आई  थी  तो  उसे  अपने  हाथ>  से  खाना
        `खलाते समय मधुVलका ने कहा था 8क,
             'चलो,  मुंह  खोलो,  जब  देखो  तब  हर  8कसी  से  लड़ने  के   Vलए  तैयार  बैठे
        रहते  हो?'  मधु  ने  अपने  हाथ  से  Zनवाला  बनाकर  मधुप  के   मुंह  मC   दया  तो


               33 |  जनवर -फरवर  2020
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