Page 28 - CHETNA JANUARY 2020- FEBRUARY 2020 FINAL_Neat
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मधुप ने उससे बात करने क/ कोVशश क/ और कहा 8क,
'पेिQसल चा हए तु[हC?'
'मK आज दो पCVसलC लेकर आई हँ.' कह कर मधु ने बात समाqत कर द तो
ू
मधुप समझ गया 8क अभी तक मधु का कल वाल बात का ोध उतरा नह ं है.
दोन> के मय 8फर क ु छेक दन इसी तरह से तनाव बना रहा. वे कभी
बोलते, कभी नह ं भी बोलते. 8फर एक दन मधु शाम के समय अपने घर के
सामने लगे बहत पुराने नीम के वृR के मोटे-बड़े, _वशालकाय तनेके सहारे खड़ी
ु
हई सामने जाती हई सड़क के यातायात को यूँ ह Zनहार रह थी 8क तभी उसके
ु
ु
पीछे मधुप आकर चुपचाप खड़ा हो गया. परQतु मधु तो उसको पहले से आते
हए देख चुक/ थी. वह उसक/ तरफ बगैर देखे ह बोल ,
ु
'अब =या है?'
'अoछा ! तो तु[हC मालुम है 8क मK यहाँ आकर खड़ा हँ?'
ू
'तुमने तो Zछपने क/ पूर कोVशश कर ह ल थी?' मधु उसके सामने
आकर बोल .
'हां. इरादा तो क ु छ ऐसा ह था.'
'=य>?'
'तु[हC एक 'सरHाइज़' देना था.'
'कै सा 'सरHाइज़'?
'यह देखो. तु[हार चूड़यां. मKने तोड़ द थी _पछले ह¬ते पतंग लूटते हए.'
ु
मधुप ने उसे हरे रंग क/ चूड़यां दखा तो मधु के चेहरे पर तुरंत ह एक
मु?कान आई. इस Hकार 8क वह बहत ग[भीरता से मधुप का मुखड़ा देखने
ु
लगी.'
'?'- बहत qयार हK.' मधु बोल .
ु
'जब इQहC अपने हाथ> मC पहनोगी तो ये और भी qयार हो जायCगी.'
'अब लाये हो तो पहना भी दो.'
'मK? और चूड़यां? तु[हC पहनाऊँ ?'
'हां. . .आं? तु[ह पहना दो. इसमC आiचय, करने क/ =या बात है?'
'मतलब जानती हो?'
'सचमुच नह ं जानती. तुम बस इQहC पहना दो.' यह कहते हए मधु ने
ु
अपने हाथ> क/ कलाइयां उसके सामने फै ला द ं.
मधुप ने तब उसे चूड़यां पहना. िजQहC देख कर मधु फ ू ल> के समान
`खल उठ. 8फर मधुप से बोल ,
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