Page 60 - Rich Dad Poor Dad (Hindi)
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लोग गो ड  ट डड  को छोड़ द गे और हमारे डॉलर चाँदी क े   माणप  नह  रह गे।

                     ''जब ऐसा होगा, ब च , तो कयामत आ जाएगी। ग़रीब, म य वग य और नासमझ लोग  क

               िज़ंदगी इसिलए बबा द हो जाएगी  य िक वे यह भरोसा करते रह गे िक धन ही असली चीज़ है और
               वे िजस कं पनी क े  िलए काम करते ह  वह कं पनी या सरकार उनका  यान रखेगी।''

                     उनक  बात  उस िदन हमारी समझ म  नह  आ रही थ , परंतु साल  बाद जाकर मुझे यह
               समझ म  आया िक यह बड़े पते क  बात थी।


               वह देखना जो दूसरे नह  देख पाते

               “जब वे अपने िपकअप  क म  चढ़े तो उ ह ने कहा, ''काम करते रहो, ब चो, पर िजतनी ज दी
               तुम तन वाह क  ज़ रत को भूल जाओगे, तु हारी आगे क  िज़ंदगी उतनी ही आसान हो
               जाएगी। अपने िदमाग़ का इ तेमाल करो, मु त म  काम करो और ज दी ही तु हारा िदमाग़ तु ह

               पैसे कमाने क े  दूसरे तरीक़ े  बता देगा। उन तरीक़  से तुम इस नौकरी से  यादा कमा लोगे। तुम
               ऐसी चीज़  देख पाओगे जो दूसरे लोग कभी नह  देख पाते। मौक़ा उनक  नाक क े  नीचे होते ह ।
               िफर भी  यादादातर लोग इन मौक़ा को कभी नह  देख पाते। इसका कारण यह है िक वे पैसे और
               सुर ा ढूँढ़ते रहते ह , इसिलए उ ह  यही िमलते ह । िजस व त तुम एक मौक़ा भाँपने म  कामयाब
               हो जाओगे, उसक े  बाद तुम िज़ंदगी भर मौक़ा भाँप सकते हो। िजस व त तुम ऐसा कर लोगे, म
               तुम लोग  को क ु छ और बात  िसखाऊ ँ गा। इस बात को  यान से समझ लो तािक तुम िज़ंदगी क े

               सबसे बड़े जाल से बच सको। वह टार बेबी तु ह  कभी नह  छ ू  पाएगी।''

                     माइक और म ने  टोर से अपनी चीज़  उठाईं और िमसेज़ मािट न से गुडबाइ कहा। हम वापस
               पाक    गए, उसी िपकिनक ब च पर बैठे और वहाँ घंट  तक सोचते रहे और बात  करते रहे।

                     हमने अगला ह ता  क ू ल म  इसी बारे म  सोचते और बात  करते ह ए िबताया। दो स ाह तक
               हम लोग सोचते रहे, बात  करते रहे और मु त म  काम करते रहे।

                     दूसरे शिनवार क े  आिख़र म  म  िमसेज़ मािट न से दुबारा गुडबाइ कर रहा था और कॉिमक-
               बुक  ट ड को ललचाई नज़र से देख रहा था। हर शिनवार 3० स ट न िमलने म  सबसे दुखद बात
               यह थी िक मेरे पास कॉिम स ख़रीदने क े  िलए िबलक ु ल भी पैसे नह  होते थे। अचानक, जब

               िमसेज़ मािट न मुझे और माइक को गुडबाइ कर रही थ , म ने उ ह  एक ऐसा काम करते देखा जो
               इसक े  पहले कभी नह  देखा था। मेरा मतलब है, म ने इसक े  पहले उ ह  ऐसा करते देखा तो था पर
               उस पर  यान नह  िदया था।

                     िमसेज़ मािट न ने कॉिम स क े  पहले पेज को आधा काटा और उसे सँभालकर अपने पास
               रख िलया। बाक़  क  पु तक को उ ह ने एक बड़े से भूरे काड बोड  क े  िड बे म  डाल िदया। जब
               म ने उनसे पूछा िक वे इन कॉिम स का  या करती ह  तो उ ह ने कहा, ''म  उ ह  फ   क देती ह ँ। जब
               वह नई कॉिम स लाता है तो म  ऊपर क े  आधे कवर को   े िडट क े  िलए कॉिमक बुक िडि   यूटर

               को दे देती ह ँ। वह एक घंटे म  आने ही वाला है।''

                     माइक और म ने एक घंटे तक इंतज़ार िकया। ज दी ही वह िडि   यूटर आया और म ने
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