Page 19 - Annadeepam Hindi Magazine Pratham Ank
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अन्नदीपम प्रथ संस्करण
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क.ए.सपना श्रप तपआरणतपक ारणप
क.ए.सीना,
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प्रबंिक(सा ान्य) मत्नप- श्रप संतोि क ारण
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प्रबधक(सामान्य),
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स्थानांतरण करणलक्षेत्र सहायक श्रे प II (लेखा)
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स्थानानन्तरन करल क्षत्र
क्षे.कायाालय, अ रणावतप
दकसप तमता की दीुलारणप, दकसप ाूँ की जान हूँ,
कोई तखलौना नहीं, ैं भप एक इसान हूँ !!
ं
नकरणताहै दकसप की बेटप बन करण आतप हूँ,
नकरणताहै
दकसप की बहन कहलातप हूँ !!
नकरणताहैसनरणजबनकरण दफरण एक ददीन, अमना हप घरण छोड़ करण,
ूँ
आस ान ेंदीौडलगाऊ दकसप की मत्नप बन जातप हूँ !!
औरण भप बहुत से ऱूम है ेरण,
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तजनस ैं अनजान हूँ,
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नकरणताहैचांदीबनकरण कोई तखलौना नहीं, ैं भप एक इसान हूँ !!
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सबतारणोंमरणअकड़ददीखाऊ रणा ाय का अमहरण ,
हाभारणत वस्त्हरण !!
कोई जगह हफज़ नहीं,
न
नं
नकरणताहैबाबाबनकरण जहाूँ ैं ले सक शरण !!
घरण ेंसबमरणघौंसज ाऊ ऐसप तघनौनप सोच से ैं,
ूँ
युगों युगों से मरणशान हूँ,
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कोई तखलौना नहीं, ैं भप एक इसान हूँ !!
ं
नकरणताहैमामाबनकरण जलप ैं दीहेज़ क े कारण कहीं,
ैभपअमनप नूँछबनाऊ बनप दकसप दीररणन्दीे का तशकारण कभप !!
ूँ
मनजते रणहे जो दीेवप बना करण लोगो क े सा ने,
वो हप ेरण दीुश् न बन चुक है अभप !!
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नकरणताहैतततलपबनकरण झनठ बहसप लोगो क े तलए ैं,
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दीनरणदीनरणउडाताजाऊ तखलौना सा एक सा ान हूँ, ं
ूँ
आज एक बारण दफरण बता दीन उन्हें, की ैं भप एक इसान हूँ !!
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कभप झनठप ोहब्बत क े ना मरण,
नकरणताहैकोयलबनकरण कभप दीफ्तरण ें, कभप का मरण !!
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ूँ
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पठ पठबोलसुनाऊ जपने दीे, ना लनट ुझ तन,
न ुझको यनं बदीना करण !!
त सोच की ैं लड़की हु तो,
नकरणताहैतचत डयाबनकरण तेरण कदी ो की गुला हूँ,
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ं
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चींचींचूँ-चूँशोरण चाऊ कोई तखलौना नहीं तेरण हाथों की, ैं भप एक इसान हूँ !!
ूँ
त करण ेरणप मनजा तन,
त बोल ैं दीेवप का ऱूम हूँ !!
नकरणताहैचखीलेकरण बस इतना सा करण दीे करण ,
नं
मपलपलालमतंगउडाऊ। की सांस भरण क े जप सक !!
ूँ
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ेरणा ऱूम तेरण घरण ें भप है, तेरण घरण की भप ैं शान हूँ,
ैंभपएकइसानहूँ अब ान इस बात को तन, ैं तेरण जैसप इसान हूँ….
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कतवता
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