Page 46 - Darshika 2020
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स्वास््र् जागरूकता
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व्यश्टतगत स्वच्छता पर सरकार और स्वास््य ववभाग का हमेर्ा जोर रहता ह। लेककन जनता द्वारा इन
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जागरुकता अभभयानों की सदव अनदखी की जाती थी। कोववड स लोगों म भय पैदा हआ कक अनदखी स
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संक्रभमत हो सकते हैं। लोग अपने हाथ-पैर बार-बार िोते ह, मास्क पहनते ह, अपने घर म प्रवेर् करने क
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तुरत बाद अपने हाथ, पैर और चेहर क अलावा उतर हए कपड़ िोते ह। पौश्ष्टक आहार से र्र र की
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प्रततरोिी क्षमता को मजबूत कर रह ह। हालांकक कोववड की वजह स कई मौत हई ह लककन दूसर ओर
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सड़क
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दुघषटनाओ और सामान्य मौतों का ग्राफ घटा ह। जागऱूकता और सतकता की वजह से यह संभव हो सका
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आडम्बर खचश म कटौती
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कोववड संकट ने आय को प्रभाववत ककया। वेतन भोगी कमषचाररयों का वेतन व भत्ते कट। व्यवसाइयों को
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नुकसान हआ। ववक्रताओ की आय घट । इस कटौती म पाररवाररक बजट म भी कटौती हई और फालतू व
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आडम्बर खचों पर रोक लगी। धथएटर, र्ॉवपंग मॉल व रस्तरां पर होने वाले खचष बंद हो गए। पररवहन
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व्यय भी रुका। लोगों ने समझा कक कम खचष पर भी गुजारा हो सकता ह। सामान्य श्स्थतत म भी अगर
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इसकी पालना की जाए तो हर मह ने बड़ी बचत संभव ह।
जंक फ ू ड आदत म पररवतशन
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रस्तरां म भोजन और ऑनलाइन ऑडषर करने की नई सस्क ृ तत हमार जीवन का अंग बन गई थी। कोववड
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क भय से लोगों ने होटल जाना बंद ककया। डडल वर कभमषयों क संक्रभमत होने क भय ने ऑनलाइन ऑडषर
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करने की प्रथा को भी कम ककया। इससे न कवल माभसक खचष कम हआ बश्ल्क घर म ह पौश्ष्टक आहार
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व व्यंजन बनने लग। घर पर तैयार भोजन न कवल ककफायती था बश्ल्क स्वास््य क भलए लाभकार भी
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था।
पाररवाररक बंधन
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कोववड संकट क समय लोगों ने घरों से काम ककया या समय पर घर लौट। साथ बैठने-खाने और बात
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करने की परम्परा से आपसी ररश्तों म नयापन आया। पुरुर् घरों म महहलाओ क काम म मदद करने
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लगे। ऐसे कई सबक ह श्जनको हम वतषमान संकट क दौर म सीख सकते ह। मैंने क ु छ प्रमुख त्रबंदुओ का
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उल्लेख ककया ह।
हमारा लक्ष्र्
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आइय हम एक पूणष ववकभसत तर क स कोववड १९ क उन्मूलन का प्रयास कर। हमारा दुश्मन कोववड १९
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मजबूत और खतरनाक ह। सामाश्जक दूर , मास्क पहनना, बार-बार हाथ िोना और व्यश्टतगत स्वच्छता
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जैसे हधथयारों क साथ हम कोववड-१९ से लड़कर उसे हरा सकते ह और जीवन को कफर से सामान्य बना
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सकते हैं। बहरहाल, इस जीत क बाद भी हम अनुर्ासन म रहना होगा। इस प्रकार हम डगू, मलेररया,
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टाइफाइड आहद रोगों स भी दूर रहकर स्वस्थ जीवन जी सकते ह।
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