Page 42 - Epatrika2020 KV2 AFA DUNDIGAL HYD
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ेम बधं न      

                                                 -स​ हु ानी सह 
                                                   क ा- 9व  

मेरे सपन क अरमान                     ार े
तू ठ न जाना 
आस सभी क पलट चकु सब टू ट गए 
फर भी म उस या मनी को भूल ना सका हंू
जग भलू े पर तू ना भूल े
यह ह मेरी दा ान े
मरे े सपन क अरमान  
तू ठ न जाना 
कु छ कर ना सक कु छ धर ना सका 
कु छ तो उपयु ना कर ह सका 

 क दय लगा ह तड़पान े  
मेरे सपन क अरमान  
तू ठ न जाना   

                                                  
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