Page 32 - lokhastakshar
P. 32

े
                                                               5
                                                                                       े
                                                 े
                                                                    े
               उसका खाता चलता था वहां...  मह"न क आ9खर म उसन #हसाब-#कताब करत व^ कभी तकरार नह"ं
                                        े
               #कया था, चुपचाप बटुए स eपए िनकाल जमाल िमयां क7 हथली पर धर दता था.... यह उसका सबस
                                                                                                             े
                                                                                     े
                                                                        े
                                                          े
                                                                      े
                                      े
                                                                            े
               ब#ढ़या गुण था, वरना उस पूरा #दनभर लोग- स तकरार करत हुए दखा जा सकता था।
                                                                                                    ै
                                                                                   े
                                                                              े
               उसक7 िम< मंडली का दायरा भी कम ?वशाल नह"ं                ‘,य-  ब,  तुझ  ,या  तकलीफ  ह?  बोल  ?
                                                            े
                                                       े
                                             े
               था....  जहां  ितवार"  साहब  जैस  पुिलस  क  बड़    हाथ मQ जलाता हूं, भूखा तो नह"ं ना मरता?’ वह
                                             5
                                    े

                                                       े
               8रटायड अिधकार" उसक िम<- म शािमल थ, वह"ं          तुनक उठा था।
               रल  ?वभाग  क  अनेक  चौथा  दजा   कम चार"  भी
                े
                             े
                                                                                     े
                                                                           े
                                                                       उसक  दो
त  न  मश?वरा  #दया  था,  ‘तेर"
                                      े
                                5
               उसक प8रिचत- म स थ। वह भी तो रल ?वभाग
                   े
                                   े
                                                    े
                                                                बेहतर"  क  िलए  कहता  हूं,  चार  #दन  9जंदगी  क
                                                                        े
                                                                                                            े
                                              े
               का सेवािनवृd कम चार" था, उ‚ क आ9खर" पड़ाव
                                                                      े
                                                                सुख स रह।’
                        े
                            े
               तक  आत-आत  उसक7  
मृितय-  म  अब  भी  रलव
                                               5
                                                            े
                                                         े
                                               ै

               का  सरकार"  ,वाटर  सरसराता  ह.....  जहां  वह            ‘यह"ं ठlक हूं, इस शहर म मेर" _ह ह...
                                                                                                5
                                                                                                           ै
                                      े
               अपनी बीवी और बSच- क साथ जान #कतन साल             आ9खर" व^ पर भी यह"ं रहूंगा।’ वह अ#ड़यल घोड़
                                                 े
                                                       े
                                                                                                             े
                                                    े
               रहा था.... अब वो जमाना फर कहां लौटगा.... यह      क7 तरह टस-स-मस नह"ं होना चाहता था। एक ह"
                                                                              े
                     े
                                                ै
               सोचत  हुए  उदास  हो  जाता  रहा  ह....  बSच-  को   रट  लगाए  रहा  था,  ‘रहन  स  ,या  फक  पड़ता  ह,
                                                                                                            ै
                                                                                       े

                                                                                          े
                                                     े
               9जतना  पढ़ना  था,  पढ़ाया....  नौकर"  क  लायक      सभी जगह.... सभी शहर एक जैस होत ह। खान
                                                                                                    े
                                                                                                       Q
                                                                          5
                                                                                                े
                                                                                                             े
               बनाया....  9ज6मेदा8रय-  क7  गठर"  उठाए  चलता     म दो टूक ह" होत ह ना आदमी न.... इGजत क7
                                                                                                े
                                                                                   ै
                                                                  5
                                                                                े
                                     े
               रहा....  और....  वह  अकला  हो  गया।  उसक7  बीवी   रोट" तो खाता हूं।’
               को  गुजर  हुए  बीस  साल  हो  गए  ह।  बडा  बेटा
                        े
                                                  Q
                                                                                                   ै
                                                                           े
                                                                       ‘इस इGजत क7 रोट" कहता ह? रोज-रोज
                                 ै
                         5
                                                     5
               बनारस  म  होता  ह....  छोटा  जबलपुर  म  बे#टयां
                                                                                                े
                                                                सखी  हनुमान  मं#दर  वाल-  न  तुझ  लंगर  9खलान
                                                                                           े
                                                                                                             े
               अपन-अपन ससुराल म खुश ह.... और... उस सभी
                                                       े
                                          Q
                    े
                         े
                                    5
                                                                                 े
                                                                का ठेका तो नह"ं ल रखा?’
                       े
                           Q
                                               े
               मना  चुक  ह  #क  कह"ं  भी  रह  ल....  बनारस  या
                                                            5
                                               े
                                                       ू
               जबलपुर  ले#कन  उस  तो  झांसी  क  गली-कच-  म             ‘जहां  इतन  लोग  खात  ह...  मेर  खान  स
                                  े
                                                                                                          े
                                                                                 े
                                                                                            े
                                                                                                             े
                                                                                              Q
                                                                                                    े
                                ै
                                                    े
               घुम,कड़"  करना  ह....  अपनी  जमीन  स  कट  कर      ,या  फक पड़ता  ह...  #फर  मQ सेवा  भी  तो  करता

                                                                                 ै
                                                          ै
                                        ै
                                             े
               जीना उसक  िलए दु;कर  ह,  उस  यह"ं  रहना  ह....   हूं.... पूरा #दन.... पूछ लेना मं#दर वाल- से।’
                         े
                             ै
                                            े
                                                            े
                                                       े
               यह"ं  करना  ह....  िच<ा  चौराह  पर  लगन  वाल
                                                                             ै
                                                                                                  े
                                                                                                         Q
                                                                                                       े
                                    े
                                                    ै
                               5
               रोजाना भ—डार म खान का लुFफ लेना ह।                      ‘पता ह.... लोग ,या-,या बात करत ह?’
                            े
                                                                            े
                                                            े
                                     े
                                                  े
                       उस  #दन  उसक  #कसी  पुरान  दो
त  न              ‘करन  दो...  जहूर  िमयां  #कसी  क7  परवाह
                                                                                       ं
                                                                                  5
                                          े
                                                            ै
               उसेस पूछ िलया था, ‘,य- ब... यहां ,या रखा ह       नह"ं करता... भाड़ म जाए वे।’
                           े
                                    े
               तेरा?  बेट-  क  पास  रहगा  ता  रोट"  क7  िचंता  तो      ‘रोज-रोज  रोट"  खान  वाल  जात  हो...
                                                                                           े
                                                                                                 े
                                                                                                       े
               हटगी।’                                           अSछा लगता ह? तु6हार" अSछl-खासी पे2शन ह,
                  े
                                                                              ै
                                                                                                            ै
                                                                                े
                                                                #फर ,य- िभखमंग बन हुए हो ?’
                                                                                    े
               मई – जुलाई                             32                                                                   लोक ह
ता र
   27   28   29   30   31   32   33   34   35   36   37