Page 33 - lokhastakshar
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                                                                                                             े
                                 ं
                                                                                                5
                       ‘मQ ,या क_ #फर ?’ वह अपनी चांद" हुई      #ठठोली  कर...  उसस  मसखर"  कर...  वह  उनस
                                                                                           े
               दाढ़" को खुजान लगा था।                            जह2नुम क7 जानका8रयां बटोर, ले#कन कगाह म
                             े
                                                                                                             5
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                                                                                                           ै
                                                                सोए हुए मुद नह"ं उठत तो वह 9ख2न उठता ह...
                                  5
                            े
                                                 े
                       ‘अपन घर म ,य- नह"ं खात रोट".... ,या
                                                                                                    ै
                                                                                ै
                                                                बेचैन हो उठता ह...  ितलिमला उठता ह...  उसक7
                     ै
               कमी ह ?’
                                                                                      ै
                                                                भीतर" _ह कांप उठती ह।
                               5
                                                  5
                       ‘लंगर  म  खाता  हूं  तो  तु6ह  ,य-  बुरा
                                                                                              े
                                                                       वह कब ितवार" साहब क घर चला आया
               लगता ह?
                       ै
                                                                था।
                              ै
                       ‘लगता ह.... तभी तो कह रहा हूं।’
                                                                       ितवार" जी न पूछा था, ‘कहां जहूर िमयां,
                                                                                   े
                                                                       े
                                                                            े
                       वह  श स  अपना  माथा  फोड़ता  रहा  था,     कहां रह इतन #दन ?’
               उस  पर  कोई  असर  नह"ं  हुआ  था,  वह  पथर"ली
                                                                       ‘शहर  ह"  म  था...  परस-  रामनवमी  थी...
                                                                                  5
               िशला-सा खड़ा रहा था।
                                                                                   े
                                                                        5
                                                                                                             े
                                                                जुलूस म झ—डा पकड़ चलना था...’ वह तपाक स
                                                            5
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                       उसक7  मसखर"  वाली  खबर  पूर  शहर  म      बोल उठा था।
               *चिलत  ह...  कहां-कहां  नह"ं  #दख  जाता  वह।
                         Q
                                                                                                      े
                                                                       ‘आ जाया करो िमयां.... तुम आत हो तो
                                                 ं
                                        5
                                              े
               रामनवमी  क7  शोभाया<ा  म  भगव  रग  का  झ—डा
                                                                रौनक लौट आती ह।’
                                                                                 ै
                                 े
               िलए वह सबस आग चलता ह... कगाह म सवेर-        े
                            े
                                                      5
                                          ै
                                              े
                                                            े
                                                                                                        े
                                                      े
                 े
                                       ू
               स-शाम तक क- पर झाड़ लगात हुए उस #कतन                    ‘आ ह" तो जाता हूं... जहूर िमयां क पास
                                                            े
                       े
                         े
                                                                            े
                                                                                   Q
                                                   5
                               ै
               लोग-  न  दखा  ह।  रमजान  क  #दन-  म  वह  रोज     दुिनया भर क काम ह।’
                                          े
                      ै
                                                       5
                                 े
                                              े
               खाता ह, नवरा<- क #दन- म उस मं#दर- म माथा
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                                                                                             े
                                                                                   े
                                                                               े
                                                                       ‘इतनी दर स ,य- आत हो.... 9जंदगी का
                     े
                           े
                                                       े
                                           ै
               रगड़त हुए दखा जा सकता ह। #)समस  क  #दन
                                                                ,या भरोसा.... कब दगा द जाए।’
                                                                                       े
               उस  सीपर"  बाजार  क  पीछ  िग8रजाघर  का  आंगन
                                  े
                  े
                                       े
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                                       Q
                                    े
                            े
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               बुहारत  हुए  दख  सकत  ह।  गुeVार-  म  उस  जूठे          ‘ऐसा  नह"ं  कहत  ितवार"  
साब,  अभी  ता
                                                                                      े
                                          Q
                                े
                                        े
                          े
                                                            े
               बत न मांजत हुए दख सकत ह। वह आदमी #कतन            हमन कई साल- तक जीना ह... कई कछ दखना
                                                                    े
                                                                                                         े
                                                                                           ै
                                                                                                    ु
                      5
               _प-  म  ढल  गया  *तीत  नह"ं  होता  ?  वह  हजूर   ह... ऐस थोड़ मरन दूंगा आपको।’
                                                                                 े
                                                                       े
                                                                           े
                                                                 ै
                           े
               िमयां ह, उस अपन धम  क7 ह" िच2ता नह"ं. वह
                                 े
                      ै
                                                                                       े
                                                                       ‘#फर  भी...  जान  ,य-  िच2ता-सी  लगत
                                                            5
                   े
               जान कहां-कहां,  ,या-,या  नह"ं  करता,  कह-  म
                                                                      ै
                                                                रहती ह तु6हार"।’
                                                  5
                                             ै
                  े
                                                            ै
               मर हुए आदिमय- को पुकारता ह, उ2ह कोसता ह,
                    े
               अपन कर"बी िम<- क7 क- को गािलयां िनकालता                ‘मुझ  कछ  नह"ं  होगा...  अगर  कछ  हो
                                                                                                       ु
                                                                           े
                                                                              ु
                 ै
                                           ै
                                                   े
                       े
                               े
                                                           ै
               ह. अपन खुदा स *s पूछता ह, उलाहन करता ह।          गया तो खुदा कसम क स ह" उठकर िमलन आ
                                                                                                         े
                                                                                         े
                                                            ै
                                             े
               ले#कन  कगाह  क7  खामोशी  उस  तोड?  जाती  ह,     जाया क_गा।’
                                                                        ं
                                                        5
                                         ै
                  े
               उस तो यह"ं तम2ना रहती ह #क कगाह म सोए
                                           े
                                                            े
                                                    5
                                                5
                        े
               हुए  उसक  िम<  उठकर  उसस  बात  कर...  उसस
               मई – जुलाई                             33                                                                   लोक ह
ता र
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